नागपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के आतकंवादी प्रशिक्षण ठिकानों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि है। भागवत ने कहा कि पुलवामा में शहीद हुए जवानों की तेरहवीं और श्राद्ध अब सही तरीके से पूर्ण हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए यह सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी थी।

भागवत ने स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के विचारों को याद किया कि भारत को शक्तिशाली बनने की जरूरत है, क्योंकि बिना शक्ति के कोई उसकी नहीं सुनेगा। वह नागपुर में कम्प्यूटर वैज्ञानिक विजय भाटकर के सम्मान कार्यक्रम में बोल रहे थे, जिन्हें स्वतंत्र्य वीर सावरकर गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
देश क्रुद्ध और क्षुब्ध था
संघ प्रमुख ने कहा, "पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के द्वारा किए गए आतंकी हमले से सारा देश क्रुद्ध और क्षुब्ध हुआ था। आज भारतीय वायुसेना द्वारा जैश ए मोहम्मद के पाकिस्तान स्थित ठिकानों को अचूक लक्ष्य बनाकर उन्हें ध्वस्त किया गया। यह करोड़ों भारतीयों की भावनाओं को कृति में लाने का एक कार्य है। हम भारतीय वायुसेना और भारत सरकार का अभिनंदन करते हैं।"

देश को शक्ति संपन्न बनाने की जरुरत
उन्होंने कहा, "हमें सच बोलने के लिये शक्ति की आवश्यकता नहीं है, लेकिन दुनिया वैसी नहीं है। वह सिर्फ शक्ति को ही समझती है। इसलिये अगर हम दुनिया को अपना आध्यात्म, सत्य और अहिंसा दिखाना चाहते हैं तो हमें शस्त्र संपन्न और ‘शक्ति संपन्न’ बनने की आवश्यकता है।"
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