नई दिल्ली I आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के लिए टीम इंडिया इंग्लैंड के लिए रवाना हो गई है. 30 मई से होने वाले इस वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम को बेहद मजबूत दावेदार माना जा रहा है. भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि राउंड रोबिन प्रारूप में दमदार प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ खेलने से आगामी वर्ल्ड कप बेहद चुनौतीपूर्ण बन गया है तथा इसमें पहली गेंद से ही जुझारू बने रहना 30 मई से शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट में उनकी टीम के लिए अहम होगा. 

इससे पहले दो वर्ल्ड कप में खेल चुके कोहली ने कहा कि उनके लिए आराम का कोई समय नहीं है क्योंकि उन्हें शुरू में ही चार कड़े मैच खेलने हैं. वर्ल्ड कप में 1992 के बाद पहली बार राउंड रोबिन प्रारूप अपनाया जा रहा है जिसमें प्रत्येक टीम हर टीम से भिड़ेगी. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच जून को अभियान शुरू करने के बाद भारत नौ जून को ऑस्ट्रेलिया, 13 जून को न्यूजीलैंड और 16 जून को पाकिस्तान से भिड़ेगा.

कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है

कोहली ने टीम रवानगी से पूर्व कहा, 'निजी तौर पर यह बेहद चुनौतीपूर्ण वर्ल्ड कप होगा जिसका मैं हिस्सा बनूंगा क्योंकि टीमें बेहद मजबूत हैं और प्रारूप भी अलग है. अगर आप अफगानिस्तान की 2015 की टीम और अब की टीम को देखोगे तो वह पूरी तरह से बदली हुई टीम है. '
उन्होंने कहा, 'कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है. यह बात हमारे दिमाग में है. हमारा ध्यान अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलने पर होगा. आपको हर मैच में अपनी क्षमता का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा क्योंकि यहां ग्रुप चरण जैसी स्थिति नहीं है.'

कोहली ने कहा, 'प्रत्येक टीम से एक बार खेलना सभी टीमों के लिए बहुत अच्छा है. यह अलग तरह की चुनौती होगी और हर टीम को तेजी से सामंजस्य बिठाना होगा.'

यह वर्ल्ड कप सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट

टीम के पहले 4 मैचों के बारे में कोहली ने कहा, 'इससे हमारे लिए लय बनेगी. हर किसी को अपना सर्वश्रेष्ठ देना होगा और पहले मैच से ही प्रबल बने रहना होगा. आत्ममुग्धता के लिए कोई स्थान नहीं है और इसलिए यह वर्ल्ड कप और सबसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है.'

उन्होंने कहा, 'हम मैदान पर कदम रखते ही इस तरह के दबाव की उम्मीद कर रहे हैं. हम खुद को यह नहीं सोचने देंगे कि पहले सप्ताह के बाद हम दबाव की स्थिति महसूस करेंगे. आपको मैच वाले दिन शत प्रतिशत तैयारी के साथ मैदान पर उतरना होगा और वहां से लय बनानी होगी. यही चुनौती है. '

कोहली ने कहा, 'अगर आप फुटबाल के शीर्ष क्लबों को देखो तो वे चाहे प्रीमियर लीग हो या ला लिगा, तीन चार महीनों तक अपनी जुझारूपन बनाए रखना होगा. फिर हम ऐसा क्यों नहीं कर सकते. अगर हमने लय पकड़ ली और हम अपनी निरंतरता बनाए रखते हैं तो हमें पूरे टूर्नामेंट में इसे बरकरार रखना चाहिए.'
Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours