न्यूयॉर्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दुनिया के बड़े औद्योगिक घरानों को भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि कंपनी टैक्स की दरों में भारी कटौती से उनके लिए निवेश का यह सुनहरा अवसर है। उन्होंने देश में कारोबारी माहौल को सुधारने के लिए और उपाय करने का भी वादा किया। मोदी ने यहां ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने देश में निवेश के लिए बेहतर अवसर सृजित किए हैं। प्रधानमंत्री एक सप्ताह की अमेरिका की यात्रा पर यहां पहुंचे हैं।
उन्होंने प्रमुख कंपनियों के दिग्गजों से कहा, 'यदि आप दुनिया के बड़े बाजारों में निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए। यदि आप स्टार्टअप में निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए। यदि आप दुनिया के सबसे बड़े बुनियादी ढांचा तंत्रों में से एक में निवेश करना चाहते हैं तो भारत का रुख कीजिए।'

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने इस महीने की शुरुआत में कॉरपोरेट कर की प्रभावी दर को करीब 35 प्रतिशत से घटाकर 25.17 प्रतिशत पर ला दिया। इससे कराधान के मोर्चे पर भारत प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की बराबरी पर आ गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तेजी से अपने शहरों का आधुनिकीकरण कर रहा है और उन्हें नवीन तकनीक और नागरिक अनुकूल आधारभूत संरचना से लैस कर रहा है। उन्होंने कहा, 'इसलिए यदि आप शहरीकरण में निवेश करना चाहते हैं तो भारत आइए।'
उन्होंने कहा कि भारत ने अपने रक्षा उद्योग के दरवाजों को इस तरह से खोला है जैसा पहले कभी नहीं किया गया और क्षेत्र में निवेश भी आमंत्रित किया है। कारोबारी धारणा को बेहतर बनाने के लिए मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल में कारोबारी सुगमता में सुधार के लिए 50 कानून को निरस्त भी किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में एक ऐसी सरकार है जो कारोबारी जगत का स्वागत करती है और धन सृजन को अहमियत देती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कारोबारी माहौल को सुधारने के लिए बड़े और कड़े फैसले किए हैं।
मोदी ने कहा, 'मैं आपको बताना चाहता हूं कि नई सरकार को अभी सिर्फ तीन-चार महीने हुए हैं। मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि यह सिर्फ एक शुरुआत है। अभी बहुत लंबी दूरी तय करनी है। इस यात्रा में हम वैश्विक कारोबारी समुदाय के साथ साझेदारी चाहते हैं। यह आपके लिए एक सुनहरा अवसर है।
भारत का 2024-25 तक अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य है। मोदी ने कहा कि हमने पांच साल में अर्थव्यवस्था में 1,000 अरब डॉलर जोड़े हैं। अब हम कमर कसकर 5,000 अरब डॉलर के लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा के 175 गीगावाट के लक्ष्य में से 120 गीगावाट हासिल कर लिया गया है। निकट भविष्य में हम 450 गीगावाट का लक्ष्य लेकर चल रहे है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को पिछले पांच साल में 286 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) मिला है, जो इससे पिछले 20 सालों में मिले एफडीआई का आधा है। उन्होंने कहा कि जब लोकतंत्र हो, राजनीतिक स्थिरता हो, सुनिश्चित नीति हो, स्वतंत्र न्यायपालिका हो तो निवेश की सुरक्षा और वृद्धि की गारंटी आपको मिलती है
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