नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में गूगल लगातार ऐसे कई प्रयास कर रहा ताकि लोग सोशल डिस्टेंसिंग को पालन कर सकें और संक्रमित होने से बचें. अब इसी को ध्यान में रखते हुये ​टेक की दुनिया की इस दिग्गज कंपनी ने एक नया ऐप लॉन्च किया है, जिसकी मदद से ऑग्मेंटेड रिएल्टी का सहारा लेकर रियल लाइफ में भी सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने में आसानी होगी. फिलहाल यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है लेकिन इसे अलग से इस्तेमाल किया जा सकता है. एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के लिए इस ऐप को क्रोम ब्राउजर के जरिये एक्सेस किया जा सकता है.

गूगल द्वारा लॉन्च किये गये इस ऐप को नाम ‘Sodar’ है, जो यूजर्स के स्मार्टफोन कैमरा की मदद से विजुअल बाउंड्री बनायेगा. यह ऐप लगातार मॉनिटर करता है कि कहीं सोशल डिस्टेंसिंग रूल्स  को तोड़ा तो नहीं जा रहा है. कंपनी ने दावा किया है कि Sodar यूजर की एरिया में सोशल डिस्टेंसिंग गाइडलाइंस को विजुअलाइज करने के लिए WebXR की मदद लेती है. इसके बाद यह ऑग्मेंटेड रिएल्टी की मदद से दो मी​टर रेडियस की एक विजुअल रिंग बनाती है.

हालां​कि, स्मार्टफोन का यह ऐप अपने काम के लिए यह मानकर चलेगा कि यूजर और स्मार्टफोन एक ही जगह पर है. जैसे यूजर कहीं जाएगा, ठीक वैसे ही इस ऐप की विजुअल रिंग भी शिफ्ट होती रहेगी. इस ऐप के लिए इस्तेमाल होने वाले ऑग्मेंटेड रिएल्टी मोबाइल गेम पोकेमॉन गो की तर्ज पर ही है. अगर कोई भी व्यक्ति इस सोशल डिस्टेंसिंग रूल्स को तोड़ता है तो यूजर के स्मार्टफोन उन्हें अलर्ट करेगा.

हाल ही में गूगल ने ऐप्पल  के साथ मिलकर एक कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग API को भी डेवलप किया है जोकि अमेरिकी हेल्थ एजेंसियों की मदद कर रहा है. इस API की मदद से कोविड-19 मरीज से संपर्क में आने वाले लोगों से बचने के लिए अलर्ट नोटिफिकेशंस भेजा जाता है.

इस ऐप को ज्यादा सुरक्षित और यूजर्स की प्राइवेसी को ख्याल रखते हुए गूगल और ऐप्पल ने लोकेशन ट्रैकिंग को बैन कर दिया है. हालांकि, कई देशों की सरकारें अपना खुद का लोकेशन ट्रैकिंग के साथ खुद के इंटरफेस का इस्तेमाल करती है ताकि कोरोना वारयस हॉटस्पॉट का पता लगाया जाये.
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