चेन्‍नई सुपर किंग्‍स को एक और खिताब दिलाने के साथ ही कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी का वर्ल्‍ड क्रिकेट में दर्जा और बढ़ गया है. हर कोई उनके शांत स्‍वभाव और लीडरशिप का कायल है. जबकि तमाम क्रिकेट विशेषज्ञ और क्रिकेट प्रेमी बखूबी मानने लगे हैं कि धोनी की हर पल बढ़ती लोकप्रियता ने उन्‍हें क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया है.

यकीनन धोनी का किसी भी टीम के साथ जुड़ा होना ही उसकी जीत की गांरटी मानी जाने लगी है और ऐसा विशाल कद रखने वाले वह दुनिया के इकलौते खिलाड़ी हैं. हां, वह अपनी मर्जी के मालिक हैं और टेस्‍ट क्रिकेट से संन्‍यास के अलावा वनडे और टी20 टीम की कप्‍तानी छोड़ने जैसे निर्णय इस बात का सटीक उदाहरण है. कभी कभार लगता है कि वर्ल्‍ड क्रिकेट के लिये कप्‍तान धोनी एक नाम नहीं बल्कि एक जज्‍़बा है.

इस वक्‍त आईपीएल 11 में चेन्‍नई के चैंपियन बनने के साथ एक बार फिर धोनी अपने स्‍वभाव और लीडरशिप को लेकर चर्चा में हैं. सच तो ये है कि मौजूदा सीजन की शुरुआत में सभी ने चेन्‍नई को ‘बूढों की फौज’ कहकर खारिज कर दिया था. जब धोनी को मौका मिला तो उन्‍होंने अपने आलोचकों को अपने अंदाज में करारा जवाब दिया. आईपीएल के 11 सीजन में चेन्‍नई का सात बार फाइनल में पहुंचना बताता है कि धोनी अब आईपीएल का पर्याय बन चुके हैं.

जबकि उनकी टीम ने 2010, 2011 और 2018 में तीन बार खिताब जीतकर मुंबई इंडियंस की बराबरी कर ली है. वहीं उनकी टीम 2008, 2012, 2013 और 2015 में उपविजेता रही है. इसके अलावा चेन्‍नई ने उनके नेतृत्‍व में 2009 में सेमीफाइनल और 2014 में तीसरा स्‍थान हासिल किया है. आंकड़े बताते हैं कि आईपीएल में सभी टीमें सिर्फ धोनी एंड कंपनी से मुकाबला करने के लिये मैदान में उतरती हैं.


आईपीएल में धोनी
धोनी ने 2008 से लेकर आईपीएल में 175 मैच खेले हैं, जिसमें 20 अर्धशतक की मदद से 4016 रन बनाये हैं. इस दौरान उनके बल्‍ले से 275 चौके और 186 छक्‍के भी निकले हैं. यही नहीं, उन्‍होंने 87 कैच और 33 स्‍टंप भी किये हैं. बतौर कप्‍तान उन्‍होंने चेन्‍नई और पुणे को 159 मैचों में लीड किया है, जिसमें से 94 में जीत और 64 में हार मिली है. धोनी का सफलता प्रतिशत 59.49 है.

चैंपियनों के चैंपियन हैं धोनी



अपने साथियों के बीच माही के उपनाम से मशहूर धोनी ने अब तक तीन बार आईपीएल खिताब जीतने के अलावा दो बार चैंपियंस लीग टी 20 का खिताब भी जीता है. जबकि इंटरनेशनल क्रिकेट में वह 2007 टी 20 वर्ल्‍ड कप, 2011 वनडे वर्ल्‍ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बेशकीमती टाइटल भी अपने नाम कर चुके हैं और इस रेस में शामिल वह अकेले खिलाड़ी हैं.
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