कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुस्लिम 'पुरुषों' की पार्टी वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दर्ज की है. कांग्रेस ने कहा कि वह उनकी तरह ‘श्मशान-कब्रिस्तान और बांटने की राजनीति’ नहीं करती, बल्कि सभी धर्मों और जातियों का सम्मान करती है.
दरअसल, मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे परियोजना के शिलान्यास के मौके पर एक उर्दू दैनिक की खबर का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल किया कि कांग्रेस क्या सिर्फ मुस्लिम पुरुषों की पार्टी है या मुस्लिम महिलाओं की भी है?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम गर्व से कह सकते थे कि अगर कोई देश के हर धर्म, जाति और वर्ग को साथ लेकर चला है तो वह सिर्फ और सिर्फ कांग्रेस है. हम सभी का आदर करते हैं. हम मोदी की तरह श्मशान ,कब्रिस्तान और बांटने की राजनीति नहीं करते.’’
तीन तलाक विरोधी कानून के बारे में तिवारी ने कहा, ‘‘हम तीन तलाक पर कानून के पक्ष में हैं. लेकिन जो इस विधेयक का जो मौजूदा स्वरूप है कि उससे महिलाओं का भला नहीं होने वाला है. इस विधेयक को ऐसे बनाना होगा जिससे महिलाओं का भला हो सके.’’
तिवारी ने कहा, ‘‘पूर्वांचल के लोगों को मोदी से उम्मीद थी कि किसानों के जो 12 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं उसे देने की घोषणा करेंगे. आशा थी कि बंद मिलों एवं कारखानों के फिर से खोलने की तारीख की घोषणा करेंगे. आशा थी कि उत्तर प्रदेश में महिला विरोधी अपराधों के बढ़ते मामलों पर कुछ बोलेंगे. लेकिन उन्होंने इन पर कुछ नहीं बोला.’’
तिवारी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री पूर्वांचल में बोल रहे थे, लेकिन आजमगढ़ के महान साहित्यकार राहुल सांस्कृत्यायन का उल्लेख करना भूल गए, वीर अब्दुल हमीद का नाम लेना भूल गए. गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से मरने वाले मासूम बच्चों के बारे में कुछ कहना भूल गए. उन्नाव के बलात्कार के आरोपी अपने विधायक को पार्टी से बाहर निकालने की हिम्मत नहीं कर पाए.’’
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘‘प्रधानमंत्री अपने भाषण में जिन उपलब्धियों का जिक्र कर रहे थे वो सबकुछ उधार का था. मनमोहन सिंह सरकार की योजनाओं का नाम बदलकर पेश किया.’’ उन्होंने दावा किया कि ‘मोदी का तेवर उस हारे हुए सेनापति का था जिसकी सेना का अंधकारमय भविष्य नजर आ रहा है.’
तिवारी ने सवाल किया, ‘‘जवाब दीजिए कि रोजगार कहां है, महंगाई क्यों बढ़ी, रुपये की कीमत आपकी उम्र से ज्याद कैसे हो गई, पेट्रोल-डीजल के दाम कब कम होंगे?’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार संसद नहीं चलाना चाहती. अपने सहयोगी दलों से कार्यवाही बाधित करवाती है ताकि असल मुद्दों पर जवाब देने से बचे.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के राम मंदिर से जुड़े एक कथित बयान का हवाला देते हुए तिवारी ने आरोप लगाया, ‘‘भाजपा को भगवान राम में आस्था नहीं है, बल्कि वह उनके नाम इस्तेमाल चुनाव के मोहरे के रूप में करती है.
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