इंडोनेशिया I इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप में शुक्रवार को आए जबरदस्त भूकंप और सुनामी की वजह से अब तक कम से कम 400 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. शुक्रवार को 7.5 तीव्रता के भूकंप के झटके के बाद यहां के दर्जनों घर मलबे में तब्दील हो गए. यहां के पालु शहर में सुनामी का सबसे ज्यादा असर देखा गया, जहां समुद्र में 2 मीटर तक ऊंची लहरें उठीं.

इंडोनेशिया के जिओफिजिक्स विभाग के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि रिक्टर स्केल पर 7.5 तीव्रता के भूकंप और सुनामी की खबर है. हालांकि, बाद में विभाग ने सुनामी की चेतावनी वापस ले ली थी. वहीं एक स्थानीय न्यूज चैनल का कहना है कि पालु शहर में सुनामी की वजह से समुद्र में छह फीट ऊंची लहरें उठी हैं। जिससे कई इमारतें ध्वस्त होने की भी खबर है.

इस भयंकर भूकंप से इमारतों के तबाह होने के बाद परेशान निवासियों को अपना घर छोड़कर बाहर सड़क पर खड़े रहने को मजबूर कर दिया. आपदा एजेंसी के भूकंप व सुनामी प्रभाग के अध्यक्ष रहमत त्रियोनो ने कहा, 'पालू में सुनामी आई है.' इस शहर में करीब 3,50,000 लोग रहते हैं जो भूकंप के केंद्र से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.

एक अधिकारी ने बड़े पैमाने पर नुकसान होने की आशंका जताई और लोगों से भूकंप के बाद लगने वाले तेज झटकों के खतरे के चलते घर से बाहर रहने की अपील की.

अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7.5 थी और इसका केंद्र मध्य सुलावेसी के डोंग्गाला कस्बे से पूर्वोत्तर में दस किलोमीटर की गहराई में था. इसके चलते शुरुआत में सुनामी की चेतावनी भी कुछ समय के लिए जारी की गई.

स्थानीय आपदा एजेंसी के अधिकारी अकरिस ने बताया कि कई घर गिर गए हैं. उन्होंने कहा, "यह तब हुआ जब हमें पहले से ही इससे पहले आए भूकंप से प्रभावित 9 गांवों से डेटा इकट्ठा करने में मुश्किल आ रही थी." टेलीविजन फुटेज में लोगों को परेशान होकर इधर-उधर भागते हुए देखा जा सकता है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी द्वारा जारी एक वीडियो में महिलाओं एवं बच्चों को जोर-जोर से रोते-बिलखते हुए देखा जा सकता है. आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नुगरोहो ने कहा कि क्षेत्रों के साथ संपर्क करने में कठिनाई आ रही है. उन्होंने एक बयान में डोंग्गाला इलाके में बहुत नुकसान होने की बात बताई जहां करीब 3,00,000 लोग रहते हैं.
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