एनसीपी की ये अहम बैठक आज सुबह 8:30 बजे पुणे के सर्किट हाउस में होगी. इस बैठक में नये पदाअधिकारी का चुनाव किया जा सकता है. साथ ही बचे हुए पदाधिकारी भी तुतारी में ना जाए, इस हिसाब से भी सावधानियां बरती जाएगी और दिशा निर्देश दिए जाएंगे. सूत्रों का कहना है कि महायुति में एनसीपी के लिए भोसरी (Bhosari) विधानसभा सीट पाने की सभी कोशिशें फेल होने के बाद एनसीपी के पिंपरी-चिंचवाड़ इकाई के प्रमुख अजित गव्हाने ने इस्तीफा दिया.
लोकसभा चुनाव में अजित गुट को मिली थी एक सीट
बता दें शरद पवार ने पिछले महीने कहा था कि "जो पार्टी को कमजोर करना चाहते हैं उन्हें यहां जगह नहीं मिलेगी, लेकिन जो नेता पार्टी को मजबूत बनाना चाहते हैं और पार्टी की छवि को नहीं बिगाड़ते हैं तो मैं उनका स्वागत करता हूं." दरअसल, अजित पवार की पार्टी ने बीजेपी नीत एनडीए के घटक के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह सिर्फ एक सीट (रायगढ़) जीत सकी, जबकि उनके चाचा की पार्टी को आठ सीटें मिलीं थीं.
2023 में अजित गुट हुआ था अलग
2023 में अपने चाचा और एनसीपी के संस्थापक शरद पवार के खिलाफ अजित पवार के विरोध के बाद पवार परिवार दो राजनीतिक दलों में बंट गया था. शरद पवार विपक्षी खेमे में रहे, जबकि अजित पवार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महायुति सरकार में शामिल हो गए. इसके बाद उन्हें राज्य का उपमुख्यमंत्री बनाया गया था.
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