नई दिल्ली:  इंडोनेशियाई एयरलाइन की नई पीढी के एक बोइंग विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद राहत एवं बचाव अभियान में जुटे कर्मियों को सोमवार को जावा सागर में मानव अवशेष, विमान का मलबा और यात्रियों के निजी सामान मिले हैं। इस हादसे में विमान में सवार सभी 189 लोगों की मौत हो गई थी।परिजनों ने हवाई अड्डों पर राहत केन्द्रों पर एकत्र होकर अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया। एक शीर्ष राहत अधिकारी ने बरामद अवशेषों की स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि किसी के जीवित बचने की उम्मीद नहीं है।

राष्ट्रपति जोको विडोडो ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिये हैं और इंडोनेशियाई जनता से ‘‘प्रार्थना करने का’’ अनुरोध किया।इंडोनेशिया के सर्च और रेस्क्यू एजेंसी ने बताया कि सभी यात्रियों की मौत की आशंका है। लॉयन एयर बोइंग 737 विमान 189 यात्रियों को लेकर जकार्ता से पंगकल पिनांग जा रहा था।  उड़ान भरने के 13 मिनट बाद ही कंट्रोल रूम से इसका संपर्क कट गया था। विमान के पायलट दिल्ली के रहने वाले भव्य सुनेजा थे।

इंडोनेशिया के आपदा प्रबंधन बोर्ड के प्रमुख सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने ट्वीट कर कहा, 'कारावांग के समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हुए लॉयन एयर जेटी 610 विमान के कई टुकड़े बरामद किए गए हैं। किफायती सेवाएं प्रदान करने वाले इस विमान में 178 वयस्क, एक बच्चा, दो नवजात, दो पायलट सहित पांच फ्लाइट अटेंडेंट सवार थे।' 
इंडोनेशियाई टीवी चैनल विमान से ईंधन के निकल कर समुद्र में फैलने और विमान के मलबे की तस्वीरें दिखा रहे हैं। इससे पहले ठीक इसी तरह से 2013 में भी यहां से ही एक बोइंग-737 विमान क्रैश हुआ था जिसमें करीब 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे। खबर लिखे जाने तक समुद्र में विमान के मलबे और यात्रियों की तलाश जारी है। 
विमान के पायलट दिल्ली के रहने वाले भव्य सुनेजा थे जिन्होंने 2011 में इस एयलाइंस में नौकरी शुरू की थी। दिल्ली के मयूर विहार में रहने वाले सुनेजा ने स्थानीय एल्कॉन पब्लिक स्कूल से पढ़ाई की थी। मार्च 2011 में उन्होंने इंडोनेशिया की लॉयन एयर में नौकरी शुरू कर दी जहां वो बोईंग 737 उड़ाते थे। उन्हें 2009 में बेल एयर इंटरनेशनल से पायलट का लाइसेंस का मिला था।
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