नई दिल्ली। अयोध्या राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई में हो रही देरी पर सुप्रीम कोर्ट में एक रिट याचिका दाखिल हुई है। याचिका में राम जन्मभूमि विवाद से संबंधित लंबित सभी अपीलों पर जल्द तय सयम में सुनवाई किये जाने की मांग की गई है। साथ ही मांग है कि कोर्ट दिशानिर्देश तय करे कि जिन मामलों में सुनवाई स्थगित होगी या मामला खारिज होगा तो उसके आदेश में कारण दर्ज किया जाएगा।

जल्द सुनवाई की मांग
यह याचिका वकील हरिनाथ राम ने दाखिल की है। याचिका को डायरी नंबर मिल चुका है, लेकिन अभी विधिवत केस नंबर आवंटित होना बाकी है। मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने गत 29 अक्टूबर को राम जन्मभूमि मामले में लंबित अपीलों को जनवरी के पहले सप्ताह में सुनवाई के लिए लगाने का आदेश दिया था। उस दिन कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार और भगवान रामलला के वकीलों का जल्दी सुनवाई का आग्रह ठुकरा दिया था। इसके बाद गत 12 नवंबर को अखिल भारत हिन्दू महासभा की ओर से जल्द सुनवाई की अर्जी दाखिल करने का जिक्र करते हुए कोर्ट से जल्द सुनवाई मांगी गई थी लेकिन लेकिन कोर्ट ने मांग ठुकराते हुए कहा था कि इस बारे में आदेश दिया जा चुका है। मांग मौखिक थी और कोर्ट का इन्कार भी मौखिक था।

अब इस मामले में यह नयी रिट याचिका दाखिल हुई है जिसमें अयोध्या केस की जल्द सुनवाई मांगी गई है। कहा गया है कि इस विवाद का लोकतंत्र और भाईचारे पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। केस का जल्द निपटारा ज्यादातर जनसंख्या के लिए फायदेमंद होगा। मामले के निपटारे को लेकर लोगों में अनिश्चितता है। ऐसे में हर दिन विरोध प्रदर्शन और साम्प्रदायिक हिंसा का खतरा मंडराता रहता है जो कि देश की कानून व्यवस्था के लिए खतरा है।

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