नई दिल्ली: इंग्लैंड की मेजबानी में आयोजित हो रहे 12वें एकदिवसीय क्रिकेट विश्व कप के आगाज में 30 दिन से भी कम का समय बचा है। सभी टीमें अपने अपने स्तर पर इसके लिए तैयारी में जुट गई हैं। वहीं विश्व कप के लिए घोषित 15 सदस्यीय भारतीय टीम में शामिल खिलाड़ी आईपीएल में व्यस्त हैं। सबकी नजरें टीम में शामिल खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर लगी हुई हैं। ऐसे में एक खिलाड़ी का प्रदर्शन संभवत: टीम मैनेजमेंट के लिए परेशानी का सबब बनता दिख रहा है। वो खिलाड़ी पूरे सीजन लगातार बल्ले और गेंद दोनों से असफल रहा है। 
टीम के लिए परेशानी की वजह बन रहा खिलाड़ी है ऑलराउंडर विजय शंकर। विजय शंकर को विश्व कप के लिए टीम इंडिया में यह कहकर शामिल किया गया कि वो टीम को थ्री डायमेंशनल विकल्प मुहैया कराएंगे। 15 अप्रैल को टीम की घोषणा करते वक्त मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने तो विजय शंकर को नंबर चार पर बल्लेबाजी का सबसे अहम दावेदार बताया था। लेकिन अगले 15 दिन में विजय ने अपने प्रदर्शन से सबको निराश किया है। 


नहीं जड़ सके कोई अर्धशतक

सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेल रहे विजय शंकर को टीम मैनेजमेंट मे सभी 13 मैचों में खेलने का मौका दिया है। लेकिन उन्होंने टीम को लगातार निराश किया है। 13 मैच में 2 बार नाबाद रहते हुए विजय केवल 192 रन बना सके हैं। ये रन उन्होंने 19.20 की औसत और 117.07 की औसत से बनाए हैं। शंकर के बल्ले से एक बड़ी पारी निकली है वो एक बार नाबाद 40 रन की पारी खेल सके हैं। उनके चौके छक्के जड़ने की क्षमता पर भी विश्वास जताया गया लेकिन वो 9 चौके और  7 छक्के जड़ पाए हैं। उनके बल्ले से एक भी अर्धशतक आईपीएल में नहीं आया।


गेंदबाजी में भी रहे नाकाम 

वहीं गेंदबाजी में उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। 13 मैच में उन्होंने सनराइजर्स के लिए महज 42 गेंदें फेंकी है जिसमें उन्होंने 54 रन खर्च करके महज 1 विकेट हासिल किया है।गेंजबाजी में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 11 रन देकर 1 विकेट रहा है। 


टिक कर नहीं कर पा रहे हैं बल्लेबाजी



आईपीएल में पिछली 9 पारियों में उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। पिछली 9 आईपीएल पारियों में वो 12, 7*,8, 26, 7,1, 26, 5, 16 रन बना पाए हैं। एक बार वो नाबाद रहे हैं। उनका स्ट्राइक रेट भी इन पारियों के दौरान बेहद खराब रहा है। पिछली 9 पारियों में वो सात बार सौ से कम के स्ट्राइक रेट से रन बना सके हैं। विश्व कप की टीम में शामिल किए जाने के दौरान उनसे ये आशा की गई कि वो मध्यक्रम में टीम की जिम्मेदारी संभालेंगे और लंबे-लंबे छक्के जड़ेगे लेकिन वो अपनी इस काबीलियत की झलक दिखाने में असफल रहे। जबकि उन्हें  तीन बार नंबर 4, तीन बार नंबर 3 और दो बार नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला। वो पिछले 10 मैच की 9 पारी में पंजाब के खिलाफ ही 27 गेंद का सामना कर सके। 

पिछले 10 मैच में विजय शंकर का ऐसा रहा है प्रदर्शन 
बनाम        रन       गेंद     स्ट्राइक रेट     बैटिंग पोजीशन 
मुंबई          12       17         70.58          5th
पंजाब         07*     04        175.00         7th
राजस्थान    08       10          80.00         4th 
चेन्नई          26      20        130.00         4th 
कोलकाता    --       --           ---             DNB
चेन्नई          07      11          63.64         4th 
दिल्ली        01      02          50.00         5th 
पंजाब        26      27          96.30         3rd
मुंबई         05      10          50.00         3rd
दिल्ली       16      21          76.19         3rd
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