लंदन: भगोड़े नीरव मोदी को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया है। उसे 13 मार्च को स्कॉटलैंड यार्ड ने गिरफ्तार किया था। सुनवाई की अगली तारीख 30 मई है, जिस पर नीरव मोदी को अदालत में पेश होना होगा। अदालत ने तीसरी बार नीरव मोदी की जमानत अर्जी खारिज की है। मोदी बुधवार को कोर्ट में पेश हुआ था।
इससे पहले 26 अप्रैल को भी नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज की गई थी और उसकी न्यायिक हिरासत 24 मई तक बढ़ा दी गई थी। अदालत को संदेह था कि वह ब्रिटेन से भाग सकता है और सबूतों के साथ छेड़छाड़ कर सकता है। मोदी 13,500 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में आरोपी है।
उसके वकील ने लंबी सुनवाई के दौरान जज से कहा, 'जेल में स्थितियां ठीक नहीं हैं। मोदी किसी भी शर्त का पालन करने के लिए तैयार हैं।' मोदी की डिफेंस टीम ने बेल सिक्योरिटी को 2 मिलियन पाउंड तक बढ़ा दिया और कहा कि वह अपने लंदन के फ्लैट में 24 घंटे कर्फ्यू में रहेंगे। हालांकि, जज इससे आश्वस्त नहीं हुए। नीरव मोदी को लेकर कोर्ट को इस बात का अंदेशा हैं कि जमानत मिलने पर वह सरेंडर नहीं करेगा। 
इससे पहले भारत की ओर से दलील रखते हुए क्राउन प्रासिक्यूशन सर्विस (CPS) ने कहा कि मोदी को जमानत नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि बचाव पक्ष ने जो सबूत पेश किए हैं वे परिस्थितियों में किसी तरह का बदलाव नहीं दर्शाते। जज आर्बुथनॉट ने कहा कि धोखाधड़ी की राशि बहुत ज्यादा है और ऐसे में जमानत राशि नाकाफी है। यदि जमानत दी गई तो वह सरेंडर नहीं करेगा।


इंटरपोल ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) और सीबीआई के आग्रह पर जुलाई 2018 में नीरव मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। नीरव पीएनबी घोटाले में सीबीआई द्वारा जांच शुरू होने से पहले ही भाग गया था। ईडी ने पिछले साल 24 और 25 मई को दोनों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था और दोनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी किया गया था।


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