नई दिल्ली. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई और इंडियन बैंक के ATM से क्यों 2000 रुपये का नोट नहीं निकल रहा? इस सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद को बताया है कि दोनों सरकारी बैंकों ने अपने एटीएम में 200 और 500 रुपये डालने के लिहाज से बदलाव शुरू किए हैं. उन्होंने कहा, 2,000 रुपये के नोट की चेंज (छुट्टे कराने) में ग्राहकों की परेशानी हो रही थी. इसीलिए SBI और Indian Bank ने 500 और 200 रुपये के नोटों के लिहाज से एटीएम में बदलाव शुरू किए हैं.

देश में फिलहाल 7.40 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2,000 रुपये के नोट चलन में हैं. अनुराग ठाकुर ने बताया कि देश में फिलहाल 19,624 मिलियन 100 रुपये के नोट प्रचलन में हैं, जिनकी कीमत 1.96 लाख करोड़ रुपये होती है. इसके अलावा 42,784 करोड़ रुपये मूल्य के 50 रुपये के नोट चल रहे हैं.

आपको बता दें कि पिछले दिनों यह खबर थी कि सरकार ने 2,000 रुपये के नोटों की प्रिंटिंग को ही रोकने का आदेश दिया है. यही नहीं एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि एक सरकारी बैंक ने सभी शाखाओं से 2,000 रुपये के नोटों को वापस मंगाया है और अधिकारियों को आदेश दिया है कि वह ग्राहकों के रकम निकालने पर 2,000 रुपये के नोट न दें.

सरकार ने संसद में दिया सभी सवालों का जवाब- सरकार ने क्या 2,000 रुपये के नोटों की छपाई बंद करने का आदेश दिया है? इस सवाल के जवाब में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोकसभा को बताया कि 2,000 रुपये के नोटों की छपाई को रोकने का कोई फैसला नहीं लिया गया है.

हालांकि, उन्होंने  कहा, है कि 2,000 रुपये के नोट के चेंज के लिए ग्राहकों की परेशानी को देखते हुए एसबीआई और इंडियन बैंक ने 500 और 200 रुपये के नोटों के लिहाज से एटीएम में बदलाव शुरू किए हैं. उन्होंने कहा कि नोटों की छपाई का फैसला आरबीआई की सलाह पर सरकार की ओर से लिया जाता है ताकि देश में अलग-अलग करेंसी के नोटों का संतुलन बना रहे.
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