नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को यानी शुक्रवार को देश की ग्राम पंचायतों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और मोबाइल ऐप लॉन्च करेंगे। साथ ही स्वामित्व योजना भी लॉन्च की जाएगी। प्रधानमंत्री ऐसे समय पर ग्राम पंचायतों को संबोधित करेंगे जब देश में कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन लागू है। मालूम हो कि 24 अप्रैल को हर वर्ष राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के रूप में मनाया जाता है। पंचायती राज मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पंचायती राज मंत्रालय की अनोखी पहल है जिससे ग्राम पंचायतों को ग्राम पंचायत विकास योजना तैयार करने और उसे लागू करने के लिए एकल स्थान मिल जाएगा।

24 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है ये दिवस 
राजस्थान देश का पहला राज्य था जहां पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया गया था। इस योजना का शुभारम्भ प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने नागौर जिले में 2 अक्टूबर 1959 को किया था। लेकिन पंचायती राज दिवस 24 अप्रैल को मनाना का कारण 73वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 है। दरअसल, यह अधिनियम 24 अप्रैल 1993 से लागू हुआ था। वहीं, भारत में पंचायती राज व्यवस्था की देखरेख के लिए 27 मई 2004 को पंचायती राज मंत्रालय को एक अलग मंत्रालय बनाया गया था। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (एनपीआरडी) 2010 से 24 अप्रैल को मनाया जा रहा है। 

पीएम 27 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों से करेंगे संवाद
ग्राम पंचायतों को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी 27 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद करेंगे। समझा जाता है कि इसमें कोरोना वायरस के खिलाफ आगे की लड़ाई के बारे में चर्चा हो सकती है। कोविड-19 के प्रसार के बाद राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग पर प्रधानमंत्री मोदी की यह तीसरी बैठक होगी। मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री का पिछला संवाद 11 अप्रैल को हुआ था जिसमें अधिकांश मुख्यमंत्रियों ने 21 दिनों के लॉकडाउन को बढाने की मांग की थी। 
Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours