इस्लामाबाद. कर्ज में डूबे पाकिस्तान के लिए कोरोना संक्रमण नई मुसीबत लेकर आया है. लॉकडाउन के चलते देश भर में सभी काम-धंधे बंद हैं जिससे पाकिस्तान में अब भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं. रविवार शाम पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश और दुनिया के नाम एक संदेश जारी किया जिसमें उन्होंने दुनिया के देशों से पाकिस्तान को भुखमरी से बचाने की अपील की है. हालांकि इमरान की ये अपील कोरोना के बहाने कर्ज माफ़ कराने की एक मुहिम भी मानी जा रही है.

इमरान ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो संदेश में दुनिया के वित्तीय संस्थानों से अपील की है कि इस संकट की घड़ी में उन्हें पाकिस्तान जैसे कर्ज में डूबे देशों के लिए एक अभियान चलाना चाहिए. इस अभियान के तहत विकासशील देशों का कर्ज माफ़ किया जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान जैसी कर्ज में डूबी अर्थव्यवस्थाएं कोरोना महामारी से मुकाबला करने में वित्तीय तौर पर सक्षम नहीं हैं. दुनिया की बड़ी संस्थाओं को इन देशों की मदद के लिए आगे आना चाहिए और कर्जमाफी का अभियान शुरू करना चाहिए.

पाकिस्तान में भुखमरी के हालात
बता दें कि इससे कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान ने पीएम नरेंद्र मोदी के बनाए सार्क कोविड-19 फंड से कोरोना से लड़ाई के नाम पर पैसों की मांग की थी. अब इमरान खान ने विश्व समुदाय से गुहार लगाई है कि अगर जल्दी पाकिस्तान की मदद नहीं की गयी तो लोग कोरोना नहीं बल्कि भूख से मरना शुरू हो जाएंगे. इमरान खान ने कहा कि वह यूनाइटेड नेशंस के जनरल सेक्रेटरी से यह गुजारिश करते हैं कि विकसित देशों के लिए सहायता करें ताकि वह कोरोना वायरस की चुनौतियों से बाहर निकल सके.

इमरान ने कहा- मैं आज वैश्विक समुदाय से कह रहा हूं कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में दो नीतियां अपनाई जा रही हैं. विकसित देश पहले अपने यहां पर लॉकडाउन कर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, और इस लॉकडाउन से हुए वित्तीय नुक्सान से निपटने के लिए अर्थव्यवस्था में पैसा लगा रहे हैं. लेकिन पाकिस्तान जैसे विकासशील देश ये सब करने में समर्थ नहीं हैं और यहां लॉकडाउन की वजह से अब भुखमरी के हालात पैदा हो गए हैं.

'लोगों को भूख से मरने से बचाएं'
इमरान ने वीडियो संदेश में कहा कि लोगों को कोरोना संक्रमण से मरने से तो बचाना ही है लेकिन ये भी ख्याल रखा जाए कि उन्हें लॉकडाउन के चलते पैदा हुए भुखमरी के हालात से भी बचाना है. विश्व समुदाय को लोगों को भूख से मरने से भी बचाना होगा. पाकिस्तान के पीएम ने कहा कि अन्य समस्या जिसका विकासशील देश सामना कर रहे हैं वो है विकासशील और विकसित देशों के पास मौजूद संसाधन के बीच काफी असमानता है. इमरान ने कहा कि विकासशील देशों के पास इतने पैसे नहीं है कि वह अब अतिरिक्त पैसों को स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च कर सके और दूसरी तरफ लोगों को भुखमरी से भी बचा सके.
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