नई दिल्ली। वॉट्सऐप लंबे समय से अपने प्लेटफॉर्म पर फर्जी जानकारियों के प्रसार को रोकने के लिए तमाम कोशिश कर रहा है. पिछले महीने लॉन्च किए फ्रीक्वेंटली फॉरवर्डेड मैसेज के बाद अब फेसबुक की स्वामित्व वाले प्लैटफॉर्म ने पॉइंटर इंस्टीट्यूट के इंटरनैशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क (IFCN) के साथ सहयोग किया है. इससे यूज़र्स लोकल फैक्ट चेकर से कनेक्ट करके फेक मैसेज के बारे में जान सकेंगे.

जानकारी के लिए बता दें कि पॉइंटर इंस्टीट्यूट के इंटरनैशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क (आईएफसीएन) ने सोमवार को एक वॉट्सऐप चैटबॉट पेश किया, जिसे खासतौर से कोविड-19 महामारी के दौरान भ्रामक सूचना का मुकाबला करने के लिए बनाया गया है.

नेटवर्क ने एक बयान में कहा कि वॉट्सऐप पर आईएफसीएन के बॉट का इस्तेमाल करके दुनिया भर में लोग आसानी से जान पाएंगे कि कोविड-19 के बारे में उन्हें मिला कंटेंट सही है या नहीं.

IFCN का बॉट यूज़र्स को फैक्ट चेकिंग संगठनों की वैश्विक निर्देशिका प्रदान करता है. ये मोबाइल देश कोड की मदद से यूज़र्स के देश की पहचान करने और फिर उन्हें अपने निकटतम फैक्ट चेकिंग संगठनों के साथ प्रदान करने में सक्षम है.

IFCN का बॉट का इस्तेमाल यूज़र्स फ्री में कर सकते हैं. इसका इस्तेमाल करने के लिए, वॉट्सऐप यूज़र को शुरू करने के लिए फोन कॉन्टैक्ट के रूप में +1 (727) 2912606 को सेव करना होगा. इसके बाद उन्हें उसमें ‘hi’ लिखकर भेजना होगा.

आईएफसीएन ने कहा कि ये बॉट फ्री में उपलब्ध है. शुरुआत में ये सिर्फ अंग्रेजी में उपलब्ध होगा, लेकिन जल्द ही हिंदी, स्पेनिश और पुर्तगाली सहित अन्य भाषाओं का संस्करण भी आएगा.

WhatsApp Forward की लिमिट तय हुई
वॉट्सऐप ने फ्रिक्वेंटली फॉरवर्डेड मैसेज को सिर्फ एक चैट पर भेजने की लिमिट तय कर दी है. ऐप ने ये कदम कोरोना वायरस से जुड़ी भ्रामक जानकारियों को रोकने लिए उठाया है. जब किसी मैसेज को पांच से ज़्यादा बार फॉरवर्ड किया जाता है तो उस पर दो ऐरो दिखाई देते हैं. वॉट्सऐप का कहना है कि फॉरवर्ड किए गए मैसेज के प्रसार को रोकने और WhatsApp को निजी बातचीत का स्थान बने रहने देने के लिए, इन मैसेज को एक बार में एक ही चैट पर फॉरवर्ड किया जा सकता है.

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