केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोपों के लिए एक बार फिर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बुद्धि पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि बुद्धि तो अनुभवों से ही आती है, विरासत में नहीं मिलती. जेटली ने सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक पर लिखा है कि कांग्रेस पार्टी ‘विचारधारा विहीन’ हो गई है क्योंकि वह ‘केवल एक व्यक्ति नरेंद्र मोदी की रट लगाती है.’ उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी ने बड़ी कंपनियों को 2.5 लाख करोड़ रुपये के कतिपय कर्ज माफ किए जाने को लेकर केंद्र की भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर हमले कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने मुद्रा योजना की भी आलोचना की है.
जेटली के अनुसार 2008-2014 के दौरान संप्रग सरकार ने बैंकों के जरिए 15 बड़े कर्ज चूककर्ता कर्जदारों को बिना सोचे विचारे पैसा दिया. उन्होंने कहा है कि गांधी (जर्मनी के राजनीतिज्ञ) गोएबल्स का तरीका अपनाते हुए ‘तथ्य से विपरीत बातें कर रहे हैं.’ जेटली ने लिखा है ,‘एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष के लिए बैंक परिचालन की प्राथमिक प्रक्रिया की समझ नहीं होना पूरी पार्टी ही नहीं देश के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए. वंशवाद आधारित राजनीतिक दलों में राजनीतिक पद वंशानुगत होते हैं. दुर्भाग्य से बुद्धिमानी वंशानुगत नहीं होती है. यह सीख कर हासिल की जाती है.’
उन्होंने अपने इस पोस्ट का शीर्षक ‘क्या कांग्रेस विचारधारा विहीन है ? क्या मोदी का विरोध ही मात्र विचारधारा है ?’ दिया है. गांधी ने इसी सप्ताह एक कार्यक्रम में मोदी की नीतियों पर प्रहार के लिए अमेरिका के सफल उद्योगपतियों का हवाला दिया था. उन्होंने कोका - कोला के संस्थापक को ‘शिकंजी बेचने वाला’ व मैक्डोनाल्डस के संस्थापक को ‘डब्बावाला’ बताया था.
Post A Comment:
0 comments so far,add yours