नई दिल्ली I प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पश्चिम बंगाल के मिदनापुर मे हुई जनसभा के दौरान हुए हादसे को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता राणदीप सुरजेवाला का कहना है कि पूरे देश ने पीएम मोदी का एक नया निर्मम चेहरा देखा, जब जनसभा में लगे टेंट का एक बड़ा हिस्सा रैली मे मौजूद जनता पर गिरा. तब लोग कराहते रहे, मदद की गुहार लगाते रहे और मोदी जी सत्ता की भूख में भाषण देते रहे.

गौरतलब है कि पश्चिम मिदनापुर के कॉलेज ग्राउंड में आयोजित पीएम की किसान रैली में पंडाल का एक हिस्सा गिर गया जिसमें कम से कम 20 लोग घायल हो गए जिन्हें बाद में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. यह हादसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान हुआ. रैली के खत्म होने के बाद प्रघानमंत्री मोदी मिदनापुर के जिला अस्पताल में उन समर्थकों से मिलने पहुंचे, जो पीएम की किसान रैली में पंडाल गिरने से घायल हो गए थे.

प्रधानमंत्री मोदी के भाषण में पश्चिम मिदनापुर की क्रांतिकारी नेता और शहीद मातंगिनी हाजरा जिन्हे ‘बूढ़ी गांधी’ भी कहा जाता है, का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि पीएम यह बताना भूल गए कि 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में 6000 कांग्रेसी महिला कार्यकर्ताओं के साथ बूढ़ी गांधी ने बंगाल के तामलुक जिले में अंग्रेजों का विरोध किया था और सीने पर 6 गोलियां खाकर देश की आजादी के लिए शहादत दी थी. वहीं भारत के बंटवारे का प्रस्ताव रखने वाली मुस्लिम लीग के नेता फजलुल हक के साथ मोदी जी के वंशजों (श्यामा प्रसाद मुखर्जी) ने 1941 में इसी पश्चिम बंगाल में सांझा सरकार बना ली थी. इतना ही नहीं, भारत छोड़ो आंदोलन को कैसे दबाया जाए, इसका सुझाव भी उस समय के अंग्रेज बंगाल गवर्नर को दिया था.

आज़मगढ़ में पीएम मोदी की रैली और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर एक उर्दू अखबर में छपी खबर का जिक्र करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री वोट बोटोरो रैलियां कर रहे हैं. वही दूसरी तरफ पीएम मोदी व भाजपा सुनियोजित षड्यंत्र के तहत हिंदू-मुस्लिम विभाजन के आधार पर वोट बटोरने के हथकंडे अपना रही है. सुरजेवाला में पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि वे हर रोज समाज में घृण का जहर घोलें, कांग्रेस पार्टी समाज की सुरक्षा के लिए उस जहर को अपने कंठ में धारण कर लेगी.
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