नई दिल्ली केरल में आई भीषण बाढ़ से निपटने के लिए तीनों सेनाएं और कोस्ट गार्ड युद्ध स्तर पर काम कर रही हैं. अकेले नौसेना के 14 हेलीकॉप्टर, 102 बोट और 7 शिप ऑपरेशन मदद में लगे हुए हैं. नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने 'आजतक' से खास बातचीत में बताया कि सेना, नौसेना, वायुसेना और कोस्ट गार्ड ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. नौसेना के 5000 हजार नौसैनिक राहत और बचाव के काम में लगे हुए हैं.

नौसेना एर्नाकुलम और त्रिशुर जिले में राहत और बचाव के काम पर फोकस कर रही है. राज्य सरकार के साथ मिलकर राहत और बचाव का काम किया जा रहा है. राहत और बचाव के काम के दौरान वायुसेना, सेना नौसेना और कोस्ट गार्ड के हेलीकॉप्टर खासतौर से बुजुर्गों, औरतों, बच्चों और खास तौर से गर्भवती महिलाओं को बाढ़ से निकालने की कोशिश कर रहे हैं.

हेलीकॉप्टर के जरिए किये जाने वाले विन्चिंग ऑपरेशन के बारे में वायुसेना प्रवक्ता विंग कमांडर अनुपम बनर्जी ने बताया कि किस तरह से केरल के अलग-अलग इलाकों में फंसे लोगों को निकाला जा रहा है. विन्चिंग ऑपरेशन के जरिये बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से निकाला जाता है. पिछले 3 दिनों में वायु सेना, नौसेना और कोस्ट गार्ड के हेलीकॉप्टर ने विन्चिंग के जरिए 600 से ज्यादा लोगों को निकाला. इन ऑपरेशन में अकेले वायुसेना ने अपने 20 से ज्यादा हेलीकॉप्टर लगाए हैं. इस तरह के ऑपरेशन में काफी सावधानी बरतनी होती है. जानकार पायलट को इस काम में लगाया जाता है. हेलीकॉप्टर को हवा में स्थिर रखना होता है.

फिलहाल मौसम में सुधार होने से अब लोग घरों से बाहर नहीं जाना चाहते, लेकिन अभी भी हालात गंभीर बने हुए हैं. ऐसे में तीनों सेनाएं और कोस्ट गार्ड, एनडीआरएफ युद्ध स्तर पर राहत के काम में जुटे हैं.

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