मुंबई: सीरीज की शुरुआत से पहले कमजोर समझी जा रही कैरेबियाई टीम ने तीसरे वनडे 43 रन से टीम इंडिया को मात देकर तगड़ा झटका दिया है। इस हार से सबक लेते हुए अब विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वनडे मैच में जीत हासिल कर सीरीज में अपराजेय बढ़त हासिल करने के इरादे से मैदान में उतरेगी। दोनों टीमों के बीच सीरीज का चौथा मैच सोमवार को मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में खेला जाएगा।
पहले मैच में भारत ने जीत हासिल कर अच्छी शुरुआत की थी। इसके बाद विशाखापत्तनम में खेला गया दूसरा मैच टाई रहा। वेस्टइंडीज ने अपने खेल को मजबूत कर तीसरे मैच में भारत को 43 रनों से हराकर इस सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली और इस दौरे पर पहली जीत हासिल की। ऐसे में देखा जाए, तो भारत को इस सीरीज में जीत के लिए अगले दोनों मैचों को अपने नाम करना होगा और इसके लिए उसे बल्लेबाजी के साथ-साथ अपनी गेंदबाजी में भी सुधार की जरूरत है।
तीनों मैचों में भारत के लिए शतकीय पारी खेलने वाले कप्तान कोहली के अलावा, कोई भी बल्लेबाज खास कमाल नहीं कर पा रहा है। पिछले मैच में शिखर धवन कोहली के बाद सबसे अधिक 35 रन बनाए थे। उनके अलावा और कोई बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं खड़ा कर सका। वेस्टइंडीज के खिलाफ कमजोर नजर आई भारतीय की टीम की बल्लेबाजी का नतीजा यह रहा कि वह मेहमान टीम की ओर से दिए गए 284 रनों के लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाई और कप्तान की शतकीय पारी जाया चली गई।
इस सीरीज में कोहली के अलावा टीम को अन्य खिलाड़ियों की बल्लेबाजी कमजोर नजर आ रही है और इसमें दिग्गज बल्लेबाज महेंद्र सिंह दोनी भी शामिल हैं। उन्होंने दो मैचों में कुल 27 रन बनाए हैं। बल्लेबाजी के साथ-साथ भारतीय टीम की गेंदबाजी पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पिछले तीन में से दो मैचों में मेजबान टीम ने 300 रन खाए हैं।
अगले साल वनडे विश्व कप की बात की जाए, तो अपने घर में ही वेस्टइंडीज जैसी अनुभवहीन टीम के खिलाफ खराब प्रदर्शन भारतीय टीम की फॉर्म पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। ऐसे में टीम के चयनकर्ताओं की नींद पर उड़ गई होगी। एक मैच में मिली हार के बाद दूसरा मैच ड्रॉ करते हुए तीसरे मैच को अपने नाम करने के बाद मेहमान टीम का आत्मविश्वास मजबूत नजर आ रहा है। तीसरे मैच में उन्होंने यह साबित कर दिया है कि उनके बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों को बड़ी चुनौती देने की क्षमता रखते हैं।
वेस्टइंडीज भी चौथे मैच में शाई होप, शिमरोन हेटमेर और जेसन होल्डर के अलावा, किरोन पवेल, चंद्रपाल हेमराज और रोवमेन पवेल का समर्थन लेकर जीत के इरादे से मैदान पर उतरेगी। कीमर रोच और ओशाने थॉमस जैसे गेंदबाज मेहमान टीम को इस इरादे को और भी मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। ये दोनों बल्लेबाज भारतीय टीम के शीर्ष क्रम को कमजोर करने की क्षमता रखते हैं, जो मेजबान टीम की खराब शुरुआत का सबब भी बन सकती है।
वेस्टइंडीज को अगर अपनी जीत की उम्मीदों को पुख्ता करना है, तो बल्लेबाजी में उसे अपने मध्यम क्रम को और भी मजबूत करना होगा, ताकि वह भारत को बड़ा लक्ष्य दे सके या भारतीय टीम के दिए लक्ष्य को बिना किसी परेशानी के साथ हासिल कर सके।
दोनों टीमें इस प्रकार हैं:
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), शिखर धवन, अंबाती रायुडू, केदार जाधव, ऋषभ पंत, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, खलील अहमद, उमेश यादव, लोकेश राहुल और मनीष पांडे
वेस्टइंडीज : जेसन होल्डर (कप्तान), फाबियान एलेन, सुनील ऐंब्रिस, देवेंद्र बिशू, चंद्रपाल हेमराज, शिमरोन हेटमेर, शाई होप (विकेटकीपर), अल्जारी जोसेफ, एविन लेविस, एश्ले नर्स, कीमो पॉल, रोवमान पोवेल, कीमार रॉच, मार्लोन सैमुएल्स, ओशाने थॉमस।
Post A Comment:
0 comments so far,add yours