साल 2007 में टीम इंडिया को टी20 वर्ल्ड कप जिताया और फिर साल 2011 में भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में मदद करने वाले टीम इंडिया के खिलाड़ी गौतम गंभीर का करियर अब गर्दिश में है. माना जा रहा है कि दिल्ली के इस तूफानी ओपनर का करियर अब खत्म हो चुका है. दरअसल गौतम गंभीर की अब टीम इंडिया में वापसी तो मुश्किल है ही साथ में दिल्ली डेयरडेविल्स ने भी उन्हें टीम से रिलीज कर दिया है. ऐसे में कहा जा रहा है कि अब बाएं हाथ का ये बल्लेबाज शायद ही आईपीएल में खेलता दिखे.

गौतम गंभीर आईपीएल में एक बड़ा नाम हैं. गंभीर को एक बल्लेबाज से ज्यादा एक लीडर के तौर पर जाना जाता है. गौतम गंभीर ही वो खिलाड़ी हैं जिसने शुरुआती सीजंस में लड़खड़ाती कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम को ना सिर्फ संभाला बल्कि उसे जीत के लिए तैयार भी किया. गंभीर की कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो आईपीएल खिताब जीते. 2011 में केकेआर ने गंभीर को कप्तान बनाया. तब केकेआर ने रिकॉर्ड 11.04 करोड़ में उन्हें खरीदा था. साल 2011 में केकेआर 'टीम पहली बार आईपीएल में टॉप 4 में रही. अगले ही साल 2012 में गंभीर की कप्तानी में केकेआर की टीम पहली बार आईपीएल चैंपियन बनी. गंभीर को 2014 में रिटेन किया गया और केकेआर ने दूसरी बार खिताब पर कब्जा किया.

हालांकि आईपीएल 11 के ऑक्शन के दौरान सबकुछ बदल गया. कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने अपने चैंपियन कप्तान को ना तो रीटेन किया और ना ही उसे प्लेयर ऑक्शन में खरीदा. कोलकाता ने गंभीर की जगह दिनेश कार्तिक को टीम की कमान सौंपी. इसके बाद दिल्ली डेयरडेविल्स ने गौतम गंभीर को एक बार अपनी टीम में शामिल किया. दिल्ली डेयरडेविल्स के पास कोई कप्तान नहीं था इसीलिए गंभीर पर उसने 2.8 करोड़ रु. का दांव खेला. हालांकि दिल्ली की टीम बुरी तरह फ्लॉप साबित हुई और गंभीर ने बीच टूर्नामेंट में ही कप्तानी छोड़ दी. साथ ही गंभीर ने ये ऐलान भी किया कि वो दिल्ली से कोई सैलरी नहीं लेंगे.

साफ है गौतम गंभीर का करियर अर्श से फर्श पर आ रहा है. हाल ही में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 518 रन बनाए हैं. वो टूर्नामेंट के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे. उनके अंदर रनों का अंबार लगाने का दम है लेकिन क्या उनकी उम्र को देखते हुए कोई टीम उनपर दांव लगाएंगी, ये कहना बेहद मुश्किल है.
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