नई दिल्ली I देश के तीन हिंदी भाषीय राज्यों में बीजेपी की हार का असर पर शीतकालीन सत्र में भी दिखने वाला है. वैसे तो पहले से ही विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के जनादेश ने कांग्रेस में नई जान फूंक दी है. कांग्रेस ने राफेल समेत कई मुद्दों पर सरकार को बैकफुट पर लाने के लिए रोडमैप तैयार कर लिया है.

दरअसल, बुधवार को शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विपक्ष के साथ-साथ बीजेपी के सहयोगी शिवसेना ने भी सरकार के खिलाफ धरने पर बैठकर अपना इरादा जता दिया. शिवसेना के सदस्य लोकसभा में पीएम मोदी की मौजूदगी में राममंदिर की मांग को लेकर नारेबाजी करते दिखे.

बुधवार से जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रश्नकाल शुरू किया तभी कांग्रेस, शिवसेना और अन्नाद्रमुक के सदस्य नारेबाजी करते हुए अपनी-अपनी मांग को लेकर अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए. शिवसेना सांसदों ने अयोध्या में जल्द भव्य राममंदिर का निर्माण कराने की मांग करने लगे. महाजन ने हंगामा कर रहे सांसदों से सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने देने का आग्रह किया. लेकिन, न विपक्ष के नेता माने और न शिवसेना के सदस्य माने. जिसके चलते मजबूरन महाजन को सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी.  

जानकारों की माने संसद में अभी तो विपक्ष का ये हंगामा केवल झांकी है. आने वाले दिनों में विपक्ष सरकार पर और हावी होने की कोशिश करेगा. मंगलवार को तीनों राज्यों में जीत के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने इरादे जता दिए थे. इस मौके पर राफेल, बेरोजगारी और किसानों की समस्या को उन्होंने देश का सबसे बड़ा मुद्दा बताया.
Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours