मुंबई। लोकसभा चुनाव में भाजपा और उसके सहयोगियों के बहुमत हासिल नहीं करने की स्थिति में प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर राकांपा प्रमुख शरद पवार की टिप्पणी पर उनकी आलोचना करते हुए मंगलवार को शिवसेना ने जानना चाहा कि क्या विपक्ष की मंशा हर छह महीने पर नया प्रधानमंत्री देने की है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि न बसपा प्रमुख मायावती, न आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, न पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, न राकांपा प्रमुख शरद पवार और न ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे। राउत ने कहा, ‘‘ सिर्फ एक शख्स प्रधानमंत्री बन सकता है और वह हैं नरेंद्र मोदी जी। विपक्ष में किसकी इतनी साख है जो प्रधानमंत्री बने? या क्या विपक्ष की योजना स्थिर सरकार के नाम पर हर छह महीने में एक नया चेहरा देने की है?’’

पवार ने चुनाव के बाद राजग के बहुमत हासिल नहीं करने के स्थिति में शीर्ष पद के लिए बनर्जी, नायडू और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का अहम दावेदारों के तौर पर हाल में समर्थन किया था। राउत ने दावा किया कि पवार बाद में अपने बयान से पलट गए और कहा कि उन्होंने इन तीनों का नाम तब लिया जब उनसे पूछा गया कि गांधी के अलावा शीर्ष पद के दावेदार कौन हो सकते हैं। शिवसेना नेता ने कहा कि उनकी सफाई खोखली प्रतीत होती है। उनका पहले का बयान साबित करता है कि उन्हें गांधी में विश्वास नहीं है। इस बीच, पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में शिवसेना ने पवार पर तंज कसा है। संपादकीय में कहा गया है कि जिस तरह से 2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद पवार ने ‘स्थिर सरकार’ के नाम पर भाजपा को समर्थन का ऐलान किया, इसे देखते हुए किसी को हैरत नहीं होगी कि अगर राकांपा प्रमुख 2019 के लोकसभा चुनाव में कुछ सीटें कम पड़ने पर अमित शाह नीत पार्टी का समर्थन कर दें।
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