नई दिल्ली: एग्जिट पोल के अनुमानों के मुताबिक एनडीए एक बार फिर सरकार बनाने जा रही है। ये बात अलग है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी एग्जिट पोल को गॉसिप बता चुकी हैं। इन सबके बीच औपचारिक नतीजों के आने से पहले आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू गैर एनडीए दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुट गए हैं। इस सिलसिले में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी के साथ साथ मायवती, अखिलेश यादव, शरद यादव और अरविंद केजरीवाल से मुलाकात कर चुके हैं।


गैर एनडीए दलों को हंग लोकसभा की उम्मीद
गैर एनडीए दलों को यकीन है कि इस बार तस्वीर कुछ और रहने वाली है। विपक्षी दलों का मानना है कि इस दफा लोकसभा में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिलेगा लिहाजा गैर एनडीए दलों को एक साथ आकर सत्ता के लिए दावा करना चाहिए। आप को बता दें कि सोनिया गांधी पहले ही 23 मई को एक मंच पर विपक्षी दलों के नेताओं से आने की अपील की है और उन्होंने दिल्ली आने का न्यौता भेजा है। 



ममता बनर्जी से मिले चंद्रबाबू नायडू

चंद्रबाबू नायडू ने पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी से मिले और करीब 45 मिनट बातचीत की। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं ने कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की संभावनाओं पर विचार किया। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं ने इस बात पर बल दिया कि सरकार बनाने की संभावनाओं पर विस्तृत विचार के लिए 23 मई को एक बार साथ इकठ्ठा होंगे। हालांकि ममता बनर्जी 23 मई के बाद दिल्ली का रुख कर सकती हैं। इससे पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार की सुबह ममता बनर्जी से बात की थी और आगे की रणनीति पर विचार करने को कहा। 
ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग से मिलेंगे विपक्षी नेता
इन सबके बीच 21 विपक्षी दलों के नेता ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर मंगलवार को चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाएंगे। चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को एक बार फिर कहा कि ईवीएम में छेड़छाड़ काफी आसान है। अपने दावे के समर्थन में उन्होंने फोन टैपिंग का उदाहरण दिया। नायडू ने मतों की गिनती के दौरान 50 फीसदी वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल पर्चियों का मिलान ईवीएम से कराने की मांग की है। 
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