नई दिल्ली I कोरोना संकट के कारण पूरे देश में लगाए गए लॉकडाउन 2.0 का आज दूसरा दिन है. देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 12 हजार के करीब पहुंच गया है और 392 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने सख्त गाइडलाइन जारी की है. अब पूरे देश के सभी जिलों को तीन जोन में बांटा गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए नई रणनीति बनाई गई है. इसके तहत सभी जिलों को तीन जोन में बांटा गया है. पहला- हॉटस्पॉट, दूसरा- नॉन हॉटस्पॉट और तीसरा- वह जिले जहां अब तक कोई केस नहीं आए हैं. इन जिलों में कोरोना को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम कई एजेंसियों के साथ कोआर्डिनेट कर रही है.
देश में अभी 170 हॉटस्पॉट जिले हैं. इन जिलों में अब डोर टू डोर सर्वे किया जाएगा. इन जिलों में जो भी लोग किसी भी फ्लू या खांसी-सर्दी से पीड़ित मिलेंगे, उनका कोरोना टेस्ट किया जाएगा. हॉटस्पॉट एरिया में लोगों की पहचान के लिए हर हफ्ते अभियान चलाया जाएगा. यह अभियान हर सोमवार को चलेगा. हॉटस्पॉट से सटे एरिया को बफर जोन घोषित किया गया है.
बफर जोन में स्पेशल टीम की ओर से अभियान चलाकर एक्टिव केस की तलाश की जाएगी. लोगों का सैंपल लिया जाएगा और उनका टेस्ट किया जाएगा. इन एरिया में आवश्यक सेवाओं को जारी रखा जाएगा. साथ ही टीम की ओर से मरीज के संपर्क में आए लोगों की तलाश की जाएगी. इसके लिए रेड क्रॉस, एनएसएस समेत कई एजेंसियां साथ में काम करेंगी.
जिन जिलों में कम केस हैं, उन्हें नॉन-हॉटस्पॉट जिलों के जोन में रखा गया है. इन जिलों में बुखार, सर्दी-खांसी के शिकार लोगों का टेस्ट किए जाएगा. इन जिलों को कोविड-19 के लिए एक अलग से अस्पताल बनाने का निर्देश जारी किया गया है. साथ ही कोरोना से निपटने के लिए सभी जरूरी उपाय करने का भी निर्देश दिया गया है.
तीसरा ग्रीन जोन होगा. ग्रीन जोन में उन जिलों को रखा गया है, जहां पर कोई केस नहीं आया है. इन जिलों में प्रशासन की ओर से नजर रखी जाएगी. इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने राज्य सरकारों से कहा कि जिस भी इलाके में 28 दिनों से कोई केस नहीं आया है, उन इलाकों के हॉस्पॉट को ग्रीन और ऑरेंज जोन में तब्दील किया जाए.
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