नयी दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के दौरान ‘कैश ट्रांसफर प्रोग्राम’ के जरिये गरीबों की मदद की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की पेशकश पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने गुरुवार 11 जून को पड़ोसी देश को याद दिलाया कि महामारी के दौरान केंद्र सरकार द्वारा दिये गए आर्थिक राहत पैकेज का आकार पाकिस्तान की जीडीपी के बराबर है.

'पाकिस्तान के कर्ज की समस्या से हम सब वाकिफ'

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘पाकिस्तान अपने देश के लोगों को कैश देने की बजाए देश से बाहर बैंक खातों में कैश ट्रांसफर के लिये जाना जाता है. इमरान खान के सलाहकारों को और बेहतर सूचना की जरूरत है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी को पाकिस्तान के कर्ज की समस्या (जीडीपी के 90 प्रतिशत) के बारे में पता है और कर्ज के पुनर्गठन को लेकर वे कितने दबाव में हैं. अच्छा होगा कि वे याद रखें कि हमारा आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज पाकिस्तान की जीडीपी के बराबर है.’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने कोविड-19 महामारी के प्रभाव से महत्वपूर्ण क्षेत्रों को निपटने में मदद देने के लिये 20 लाख करोड़ रूपये के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी.

इमरान खान ने की थी 'मदद' की पेशकश

गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक खबर के साथ अपने ट्वीट में कहा था कि हम भारत में गरीबों की मदद करने के लिए तैयार हैं. हमारे कैश ट्रांसफर प्रोग्राम की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तारीफ हुई है.

पाकिस्तान में भी कोरोना वायरस का जबरदस्त कहर बरसा है. इस महामारी के कारण देश में लगभग ढ़ाई हजार लोगों की मौत हो गई है, जबकि सवा लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले आए हैं.
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