मुंबई पुलिस आखिरकार छोटा राजन गिरोह के एक सदस्य को 29 साल बाद पकड़ने में कामयाब रही. डकैती मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद से वह फरार था.

 मुंबई पुलिस आखिरकार छोटा राजन गिरोह के एक सदस्य को 29 साल बाद पकड़ने में कामयाब रही. अधिकारियों ने शनिवार को यहां बताया कि डकैती मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद से वह फरार था. उसे गुजरात में उसके ठिकाने से पकड़ा गया. दोषी की पहचान 59 वर्षीय साकिर बरकली लखानी के रूप में हुई है, जो छोटा राजन गिरोह का सदस्य था और दक्षिण मध्य मुंबई के एंटॉप हिल  में रहता था.

डकैती करने के लिए कारोबारी के कार्यालय पर बोला था धावा 
लखानी और उसके गिरोह के चार साथियों ने 1994 में डकैती करने के लिए एक रियल स्‍टेट कारोबारी के कार्यालय पर धावा बोला. उन्होंने उनकी योजना को विफल करने वाली पुलिस टीम पर हमला किया. उन्हें शस्त्र अधिनियम सहित विभिन्न कानूनों के तहत गिरफ्तार किया गया था. बाद में, मुंबई सत्र न्यायालय ने लखानी को दोषी पाया और उसे पांच साल कैद की सजा सुनाई, जबकि उसके तीन सहयोगियों को पुलिस मुठभेड़ों में मार गिराया गया था.

29 साल तक पुलिस पकड़ने के लिए करती रही प्रयास
लखानी पुलिस के चंगुल से भागने में कामयाब रहा और 29 साल तक पुलिस उसे पकड़ने के लिए प्रयास करती रही. लगातार क्षेत्रीय जांच, मुखबिरों से मिली जानकारी और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का उपयोग करने के बाद मुंबई पुलिस ने गुजरात में उस पर जाल बिछाया. अधिकारियों ने कहा कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने लखानी के लिए जाल बिछाया और बिना किसी संदेह के उसे सफलतापूर्वक पकड़ लिया और मुंबई ले आई. बीच की अवधि के दौरान, लखानी डकैती, लूट, वाहन चोरी आदि सहित कम से कम 10 अपराधों में शामिल था और गुजरात पुलिस द्वारा भी वांछित था. ओधव पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था और आगे की जांच चल रही है.

Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours