अहमदनगर I महाराष्ट्र के अहमदनगर शहर में बीते शनिवार की शाम दो शिवसैनिकों वसंत ठुबे और संजय कोतकर की हत्या के बाद मंगलवार को भी शहर में तनाव बना रहा. डबल मर्डर के इस मामले में अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस मामले में 3 विधायकों और 21 लोगों पर हत्या की साजिश रचने और तोड़फोड़ करने का मामला दर्ज हुआ है.
पुलिस ने 280 लोगों पर अहमदनगर पुलिस अधीक्षक के मुख्यालय में तोड़फोड़ करने का मामला भी दर्ज किया है. मृतक संजय कोतकर के बेटे संग्राम कोतकर ने आजतक को बताया कि उसके पिता संजय कोतकर ने केडगांव में 30 साल पहले शिवसेना की स्थापना की थी. तभी से वे इन आरोपियों से अकेले लड़ रहे थे.
संग्राम ने बताया कि आरोपी विधायकों की अहमदनगर में इतनी दहशत है कि केडगांव में अब तक उनके पिता संजय कोतकर से कोई बात तक नहीं करता था. डैम तोड़ने के पहले संजय कोतकर ने बेटे को फोन पर कहा कि उन्हें गोली मारी गई है और उनकी हालत नाजुक है. जिन लोगों ने उन्हें गोली मारी, उनके नाम भी संजय कोतकर अपने बेटे को फोन पर बताए.
संग्राम कोतकर ने को उनके पिता ने बताया कि हत्यारे अब वसंत ठुबे के पीछे दौड़कर गए हैं. उसकी हत्या करने और वहीं फोन कट हो गया. संग्राम के फोन में उनकी पिता के साथ हुई सारी बातचीत रिकॉर्ड हो गई. जिसमें आरोपियों के नाम भी शामिल थे. पुलिस ने अब संग्राम का फोन कब्जे में ले लिया है.
मृतक वसंत ठुबे और संजय कोतकर के परिजनों का कहना है कि शहर में तीनों विधायकों की दहशत है. उनके खिलाफ जो कोई भी आवाज उठाता है. ये तीनों उसका काम धंधा चौपट कर देते हैं. मृतकों के परिजनों ने स्थानीय पुलिस पर अविश्वास जताते हुए केस की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है.
मृतक वसंत ठुबे की पत्नी संगीता ने आजतक को बताया कि वसंत ने कई बार पुलिस को धमकियां मिलने की शिकायत की थी. एक बार उस पर हमला भी किया गया था. आरोप है कि एनसीपी के दोनों विधायकों के कामकाज में दिमाग भाजपा के विधायक का है.
इस दोहरे हत्याकांड के बाद केडगांव और आसपास इलाकों में पत्थरबाजी और सरकारी संपत्ति में तोड़फोड़ करने के आरोप में करीब 600 शिवसैनिकों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं. केडगांव में तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.
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