नई दिल्ली I प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में कई प्रोजेक्ट की शुरुआत की. इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में सरकार के द्वारा हेल्थकेयर में किए जा रहे कामों का बखान भी किया. लेकिन भाषण में पीएम मोदी से एक बार फिर आंकड़े पेश करने में चूक हुई.

दरअसल, प्रधानमंत्री अपने भाषण में लोगों के गैस सब्सिडी छोड़ने का उदाहरण दे रहे थे, तभी प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में 125 करोड़ परिवारों ने अपने गैस सब्सिडी छोड़ दी. साफ है कि देश की जनसंख्या ही 125 करोड़ है और लगभग 25 करोड़ परिवार हैं. ऐसे में प्रधानमंत्री यहां भी एक बार फिर गलती कर बैठे. गौरतलब है कि 2014 में प्रधानमंत्री के कहने से बाद से करीब 1 करोड़ से अधिक लोग अपनी गैस सब्सिडी त्याग चुके हैं.

क्या था प्रधानमंत्री का बयान??
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने जब लाल किले से देश के लोगों को आग्रह किया था कि जो देश में सक्षम लोग हैं, जो खर्च कर सकते हैं ऐसे लोग गैस सब्सिडी क्यों लेते हैं. छोड़ दीजिए ना.. मेरे इतनी सी बात कहने पर सवा सौ करोड़ परिवार, सवा सौ करोड़ परिवारों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी. हमारे देश में इतनी आसानी से कोई कुछ छोड़ता नहीं है.

आपको बता दें कि दो दिन में ये लगातार दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में गलत आंकड़ा साझा किया. इससे पहले गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मगहर में संत कबीर की नगरी से बोलते हुए भी पीएम ने गलत इतिहास बता दिया था, जिसपर वो काफी ट्रोल भी हुए.

मगहर में क्या बोले थे पीएम?
पीएम मोदी ने कहा, "समाज को सदियों से दिशा दे रहे मार्गदर्शक, समभाव और समरसता के प्रतिबिम्ब महात्मा कबीर को उनकी ही निर्वाण भूमि से एक बार फिर मैं उन्हें कोटि-कोटि नमन करता हूं. ऐसा कहते हैं कि यहीं पर संत कबीर, गुरु नानकदेव और बाबा गोरखनाथ ने एक साथ बैठकर आध्यात्मिक चर्चा की थी..."


बता दें कि मोदी ने जिन तीन महापुरुषों के एक साथ बैठकर चर्चा करने की बात कही, वह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है. क्योंकि बाबा गोरखनाथ का काल दोनों संतों से अलग है. 
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