नई दिल्ली I राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने सफाई देते हुए कहा कि पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट नहीं दी है. पार्टी की तरफ से यह बयान ऐसे समय आया है जब पवार ने टिप्पणी की है कि लोगों को सौदे में प्रधानमंत्री की मंशा पर 'कोई संदेह नहीं' है.

एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने पार्टी की इस मांग को दोहराया कि केंद्र सरकार लड़ाकू विमानों के दाम का खुलासा करे और इस मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की फिर से जांच हो.
एक मराठी समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में पवार ने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि लोगों को राफेल सौदे पर मोदी की मंशा पर कोई संदेह है. उन्होंने कहा था कि विमान से संबंधित तकनीकी जानकारियां साझा करने की विपक्ष की मांग में 'कोई तुक नहीं' है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि विमान के दामों का खुलासा करने में कोई नुकसान नहीं है.

मलिक ने गुरुवार को कहा कि पवार के बयान को लेकर मीडिया में आई खबरें 'भ्रम फैलाने वालीं और गुमराह करने वालीं' हैं.

इससे पहले खबरें आई थीं कि पूर्व रक्षामंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने राफेल डील पर मोदी सरकार को एक तरह से क्लीन चिट देते हुए कहा कि लोगों को पीएम मोदी की नीयत पर कोई शक नहीं है. उन्होंने राफेल के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की कांग्रेस की मांग को नाजायज ठहरा दिया.

एक मराठी न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में पवार ने कहा कि मुझे लगता है कि लोगों को मोदी सरकार की नीयत पर कोई शक नहीं है. उन्होंने कहा कि राफेल विमान के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा करने की विपक्ष की मांग ठीक नहीं है. हालांकि यूपीए सरकार में कृषि मंत्री रहे पवार ने ये भी कहा कि राफेल विमान की कीमत बताने में कोई हर्ज नहीं होना चाहिए.

पवार के इस बयान को बीजेपी ने भुनाने की कोशिश शुरू कर दी थी. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री शरद पवार जी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर राष्ट्रीय हित में सच बोल रहे हैं. शाह इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने राहुल गांधी पर तंज करते हुए कहा कि उन्हें कम के कम अपने गठबंधन के पुराने सहयोगी रहे शरद पवार से ही बुद्धिमानी सीखनी चाहिए.
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