नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उद्योगपतियों और बिजनेसमैन की आलोचना करने में वे यकीन नहीं करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे अपने बिजनेस के अलावा समाजिक कार्यों में भी उतना ही ध्यान देते हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारे देश में उद्योगपतियों और बिजनेसमैन की आलोचना करना एक आम बात हो गई है। मुझे नहीं पता ऐसा क्यों है लेकिन ये एक फैशन बन गया है। लेकिन मैं इस पर सहमत नहीं हूं।

उन्होंने इस दौरान नागरिकों से ये भी अपील की कि वे ना सिर्फ समय पर इमानदारी से कर अदा करें बल्कि अपने स्तर से सामाजिक कार्यों में भाग लें। वे बुधवार को आईटी और टेक प्रोफेशनल को संबोधित कर रहे थे जब उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि टेक कंपनियां अपने मैनपावर का इस्तेमाल सामाजिक बदलाव के लिए कर सकते हैं। हमने आज टाउनहॉल में देखा है कि आईटी कंपनियां कैसे आज अच्छा काम कर रही हैं।
उन्होंने आगे कहा कि वे आज उद्योगपतियों के साथ खड़े होकर भयभीत नहीं हैं क्योंकि उनकी मंशा साफ है और वे भी देश के विकास के लिए समर्पित हैं। पीएम मोदी ने आगे कहा कि उनके कार्यकाल में ज्यादा से ज्यादा लोग आगे बढ़ कर टैक्स अदा कर रहे हैं क्योंकि उन्हें यकीन है कि उनका पैसा सही कार्यों में इस्तेमाल होगा।
हालिया तेल की कीमतों के उछाल के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा कि इलेक्ट्रिक वेहिकल्स इसका विकल्प है। मैं घरेलु उद्योगपतियों से ये उम्मीद करता हूं कि वे कम बजट की बेहतर मॉडल के और आसानी से चार्जेबल बैटरी वाले वेहिकल्स का निर्माण करें।

उन्होंने कहा कि मैं इमानदार करदाताओं का प्रशंसा करता हूं। उन्होंने आगे कहा कि टेक कंपनियों के द्वारा किए जा रहे प्रयास कृषि के अलावा कई क्षेत्रों में बदलाव ला सकते हैं।

स्वच्छ भारत अभियान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कई चीजों में सरकार कुछ नहीं कर सकती है लेकिन संस्कार कर सकते हैं। इसलिए स्वच्छता को अपने आदत में शामिल कर लें।

बता दें कि टाउनहॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन, नासकॉम प्रेसीडेंट, एनआईआईटी टेक्नॉलोजी के वाइस चेयरमैन और इंफोसिस फाउंडेशन के चेयरमैन सहित कई लोग उपस्थित थे।  
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