पटना : बीजेपी से नाराज चल रहे नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने रविवार को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आलोचना करते हुए कहा कि अंतरिम बजट में की गई घोषणा किसानों के लिए अपमानजनक है।  मोदी सरकार ने अंतरिम बजट 2019-20 में घोषणा की है कि दो हेक्टेयर तक कृषि योग्य भूमि रखने वाले 12 करोड़ किसानों को प्रत्येक साल 6000 रुपए की राशि उनके खाते में इस साल से दी जाएगी। 
कई ट्वीट करते हुए सिन्हा ने कहा कि वह पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के उस बयान से सहमत हैं कि यह लेखानुदान नहीं था बल्कि वोटों का लेखा-जोखा था। उन्होंने कहा, 'बजट का उस 60% जनता से कोई लेना-देना नहीं था, जिनकी उम्र 35 साल से कम है और जो बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं।'
गौर हो कि सरकार ने छोटे एवं सीमांत किसानों को राहत देने के लिए उन्हें 6,000 सालाना की न्यूनतम वार्षिक आय देने की योजना पेश की। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को 2019-20 का बजट पेश करते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (प्रधानमंत्री किसान योजना) की घोषणा की। इस योजना का लाभ दो हेक्टेयर से कम जोत वाले किसानों को मिलेगा। 
वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा इस योजना से 12 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा। इसके तहत किसानों को हर साल 6,000 रुपए की सहायता प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिये उनके बैंक खाते में प्रदान की जाएगी। यह राशि उन्हें 2,000-2,000 रुपए की तीन किस्तों में दी जाएगी। पहली किस्त अगले महीने की 31 तारीख तक किसानों के खातों में डाल दी जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि इससे छोटे और सीमान्त किसानों को लाभ होगा। 
उल्लेखनीय है कि हाल में बीजेपी को मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों में हार का मुंह देखना पड़ा था। माना जा रहा है कि बीजेपी की हार में किसानों और ग्रामीण मतदाताओं की नाराजगी प्रमुख कारण थी। ऐसे में लगातार इस तरह की चर्चा चल रही थी कि सरकार बजट में किसानों को राहत के लिए कुछ बड़ी घोषणा कर सकती है। इसके अलावा वित्त मंत्री ने 2019-20 के लिए मनरेगा के तहत आवंटन बढ़ाकर 60,000 करोड़ रुपए करने की भी घोषणा की है।
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