रामपुर। लोकसभा चुनाव का चौथा चरण पूरा हो चुका है और सोमवार को पांचवें चरण का मतदान होना है। अपने सवालों, बयानों और विवादों से सुर्खियों में रहने वाले आजम खान ने लोकसभा चुनाव 2019 में आदर्श चुनाव आचार संहिता के प्रकरण में आधा दर्जन से अधिक नोटिस तथा दो बार प्रतिबंध झेला है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां से प्रतिबंध हटते ही इस बार उनके निशाने पर चुनाव आयोग ही आ गया। 48 घंटे के प्रतिबंध की मियाद खत्म होने के बाद आजम ने कहा कि एक जैसे मामले में मुझे सजा दी गई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को क्लीन चिट। राहुल गांधी ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को हत्या का आरोपित बताया, फिर भी उन्हें क्लीन चिट दे दी।

चुनाव आयोग का यह रवैया पक्षपातपूर्ण है। आजम खां ने कहा, 'क्या अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत फैलाना ही देशभक्ति है? देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नफरत की भाषा बोल रहे हैं। ऐसे में तो यही लगता है कि देश अघोषित हिंदूराष्ट्र बन गया है। अब बहुसंख्यक समुदाय को यह फैसला करना है कि वह अल्पसंख्यकों को साथ रखना चाहते हैं या नहीं. इस पर बैठकर बात होनी चाहिए।' बता दें कि आयोग ने  आजम खान के 5 अप्रैल, 7 अप्रैल, 8 अप्रैल, 9 अप्रैल और 12 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के अलग अलग जगहों पर दिए विवादित बयान को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए 48 घंटे की रोक लगाई थी। 
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