नई दिल्ली: भारतीय टीम ने साल 2013 से 2019 के बीच आईसीसी के तीन वनडे टूर्नामेंट्स में शानदार प्रदर्शन किया है। 2013 में भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। इसके बाद 2015 में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में आयोजित विश्व कप के सेमीफाइनल तक पहुंची। इसके बाद साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी की उपविजेता रही। इन तीनों टूर्नामेंट्स में भारतीय टीम के लिए एक बात कॉमन रही कि तीनों ही बार बांए हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने शानदार प्रदर्शन किया। ऐसे में आगामी विश्व कप से पहले धवन ने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करने के लिए हुंकार भरी है। 
जब धवन से आईसीसी टूर्नामेंट्स में उनकी सफलता का राज पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'आईसीसी टूर्नामेंट्स में उनके शानदार प्रदर्शन का कोई राज नहीं है।' साल 2013 में डेब्यू करने के बाद शिखर धवन आईसीसी के तीन बड़े एकदिवसीय टूर्नामेंट्स में टीम इंडिया के सबसे सफल बल्लेबाज रहे हैं जिसमें साल 2013 में इंग्लैंड में आयोजित चैंपियंस ट्रॉफी भी शामिल है। 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में में धवन ने दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार दो मैचों में दो शतक जड़कर आईसीसी टूर्नामेंट में डेब्यू किया था। इन दोनों मैचों में शतक जड़ने से पहले धवन के पास केवल पांच अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच खेलने का अनुभव था। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी खिताब दिलाने में उन्होंने अहम भूमिका अदा की थी। वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने 363 रन बनाकर बनाकर गोल्डन बैट का पुरस्कार भी हासिल किया था। 
साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड की सह मेजबानी में आयोजित आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में भी शिखर ने शानदार प्रदर्शन किया। सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली टीम इंडिया के लिए खेलते हुए धवन ने 412 रन बनाए। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में टॉप फाइव में जगह हासिल करने वाले एकलौते भारतीय थ। इसके बाद साल 2017 में चैंपियन्स ट्रॉफी में भी उनका शानदार प्रदर्शन जारी रहा। टूर्नामेंट में टीम इंडिया उपविजेता रही। इस बार 5 मैचों में धवन ने  67.70 की औसत से 338 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 1 शतक और 2 अर्धशतक निकले। 
अपने इस प्रदर्शन के बारे में धवन ने कहा, लोग मुझसे आईसीसी टूर्नामेंट में मेरे बेहतरीन रिकॉर्ड्स के बारे में बताते हैं। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मैं हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने के लिए खेलता हूं। ऐसा नहीं है कि  मैं अन्य टूर्नामेंट्स में अपना शत प्रतिशत योगदान नहीं देता हूं। मेरा ध्यान हमेशा प्रॉसेस पर रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि इस बार भी मैं वर्ल्डकप में शानदार प्रदर्शन करूंगा। 
खेल को लेकर मेरा पैशन आज भी वैसा है जैसा करियर के शुरुआत में था। टेस्ट डेब्यू करने से पहले 9 साल मैं घरेलू क्रिकेट खेला। मेरे अंदर अगर क्रिकेट को लेकर पैशन और भूख नहीं होती तो मैं 9 साल बाद टीम इंडिया में शामिल होकर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता। 6 साल में मैं भारतीय टीम के लिए खेल रहा हूं और ये सफर बेहद शानदार रहा है।
टीम इंडिया के लिए सबसे अच्छी बात यह है कि वर्ल्ड कप से ठीक पहले धवन फॉर्म में लौट आए हैं। आईपीएल 12 में उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। मौजूदा सीजन में धवन ने 521 रन बनाए और दिल्ली के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। जबकि सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में चौथे पायदान पर हैं। 
साल 2019 में फीकी शुरुआत करने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सीरीज के चौथे वनडे में 143 रन की पारी खेली। यह वर्ल्ड कप से पहले भारतीय टीम की आखिरी अंतरराष्ट्रीय सीरीज थी। जिसमें शिखर ने अपना जौहर दिखाया। उनसे एक बार फिर टीम इंडिया को वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन की आशा होगी। 
Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours