नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बड़े बैंकिंग सुधारों का एलान किया। इसमें 10 सरकारी बैंकों का विलय कर 4 बड़े सरकारी बैंक बनाने का एलान किया गया।  पीएनबी, ओरिएंटल बैंक और यूनाइटेड बैंक का विलय होगा। ये दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक होगा। 

कैनरा बैंक का सिंडिकेट बैंक में विलय होगा। इंडियन बैंक और इलाहाबाद बैंक का भी विलय होगा। यूनियन बैंक का आंध्रा बैंक और कॉर्पोरेशन बैंक के साथ विलय होगा।

डीएफएस सेक्रेटरी राजीव कुमार ने कहा कि विलय से कर्मचारियों को नुकसान नहीं होगा। वित्त मंत्री ने बड़े बैंकों को दी जाने वाली रकम का भी एलान किया। पीएनबी को सरकार 16 हजार करोड़ रुपए, यूनियन बैंक को 11700 करोड़ रुपए देने का एलान किया।
05:11 PM: राजीव कुमार ने कहा कि इससे ग्राहकों को नुकसान नहीं होगा। ग्राहकों को बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय से भी दिक्कत नहीं हुई थी। इस विलय से भी उनको दिक्कत नहीं होगी।
5:04 PM: बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के रूप बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि बैंक के बोर्ड फैसला लेने के स्वतंत्र रहेंगे।  डीएफएस सेक्रेटरी राजीव कुमार ने कहा कि सभी बैंकों से विलय को लेकर बातचीत हुई है।
5:04 PM: सरकार आईओबी का 3800 करोड़ रुपए, सेंट्रल बैंक को 3300 करोड़ यूको बैंक को 2100 करोड़ रुपए देगी। यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया को 1600 करोड़ रुपए दिए जाएंगे वहीं पंजाब और सिंध बैंक को 750 करोड़ रुपए मिलेंगे। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारियों को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा।
4:54 PM: राजीव कुमार ने कहा कि बैंकों के विलय का ये सही समय है। उन्होंने कहा कि इन बैंकों की ग्लोबल पहुंच है। इनमें से 14 बैंक मुनाफे में है। कैनरा बैंक का एनपीए 5.37 फीसदी है।
4:51 PM:  पीएनबी को सरकार 16 हजार करोड़ रुपए, यूनियन बैंक को 11700 करोड़ रुपए, बैंक ऑफ बड़ौदा को 7 हजार करोड़ रुपए कैनरा बैंक को 6500 करोड़ रुपए, इंडियन बैंक को 2500 करोड़ रुपए सरकार देगी।
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