दुबई. बांग्लादेश क्रिकेट टीम को बड़ा झटका लगा है. आईसीसी ने टीम के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया है. शाकिब पर ये प्रतिबंध मैच फिक्सिंग का ऑफर मिलने की बात छिपाने पर लगाया गया है. बांग्लादेश के टेस्ट और टी-20 टीम के कप्तान शाकिब अल हसन ने आईसीसी के एंटी करप्‍शन यूनिट  के तीन नियमों का उल्लंघन करने की बात स्वीकार कर ली, जिसके बाद उन पर ये कार्रवाई की गई. शाकिब अल हसन हाल ही में खत्म हुए आईसीसी वर्ल्ड कप 2019  में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरे नंबर पर थे. चूंकि आईसीसी ने शामिल पर लगाए दो साल के बैन का एक साल निलंबन अवधि में रखा है, इसलिए वे 29 अक्टूबर 2020 से फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल सकेंगे.


पिछले साल मिला था ऑफर
शाकिब अल हसन पर जिस मामले को लेकर कार्रवाई की गई है, वो पिछले साल का है. तब एक मैच से पहले बुकी ने शाकिब से संपर्क साधा था. नियमों के तहत इस तरह का कोई भी ऑफर मिलने के तुरंत बाद खिलाड़ी को आईसीसी को ये सूचना देनी होती है, लेकिन शाकिब ने ऐसा नहीं किया. ऐसे में ये माना गया कि बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन ने ये बात जानबूझकर छिपाई.



ऐसे हरकत में आई आईसीसी

खबरों के मुताबिक, शाकिब ने आईसीसी से मैच फिक्सिंग का ऑफर मिलने की बात छिपाई, इसकी भनक खेल की सर्वोच्च संस्‍था की एंटी करप्‍शन यूनिट को लग गई. इसके बाद आईसीसी एंटी करप्‍शन यूनिट ने शाकिब से बात की. इस दौरान शाकिब ने खुद पर लगे आरोपों को स्वीकार कर लिया है. हालांकि अपना पक्ष रखते हुए शाकिब ने ये जरूर कहा कि उन्होंने बुकी की बातों को गंभीरता से नहीं लिया था, इसीलिए ये बात आईसीसी को नहीं बताई.
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