नई दिल्ली. सरकार ने गुरुवार को कहा कि भारत में 15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद हालात के आधार पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बहाल करने पर विचार होगा. यह इस पर भी निर्भर करेगा कि उड़ानें किस देश से आ रही हैं. नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों को 15 अप्रैल तक इंतजार करना होगा. ऐसे में भारत से अपने देशों में जाने वाले विदेशी नागरिकों को ले जाने वाली उड़ानें किसी यात्री को लेकर वापस नहीं आएगी.
भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे देशों को अपने नागरिकों को वतन ले जाने के लिए विशेष उड़ानों की अनुमति प्रदान की है. एयर इंडिया ने भी जर्मनी, ब्रिटेन और फ्रांस के नागरिकों को पहुंचाने के लिए अपनी सेवाएं दी है.
एयर इंडिया के प्रमुख राजीव बंसल ने बृहस्पतिवार को कहा कि विमान कंपनी ने फ्रांस, आयरलैंड, जर्मनी और कनाडा के नागरिकों को पहुंचाने के लिए उनके साथ अनुबंध किया है. भारत ने 24 मार्च की रात से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों को स्थगित कर दिया था.
हालांकि, इस अवधि में मालवाहक विमान, चिकित्सा सेवा में जुटी उड़ानें, अपतटीय हेलिकॉप्टर परिचालन और विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा अनुमति प्राप्त उड़ानें संचालित हो सकती हैं. संवाददाता सम्मेलन में पुरी ने कहा ,‘‘15 अप्रैल तक लॉकडाउन है और हम स्थिति के हिसाब से उड़ानों को बहाल करने पर विचार कर सकते हैं. यह इस पर निर्भर करेगा कि वे कहां से आ रही हैं.’’
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