नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका से रवाना हो चुके हैं. वे आज रात करीब आठ बजे भारत पहुंचेंगे. बीजेपी पीएम मोदी का भव्य स्वागत करेगी. दिल्ली बीजेपी के कार्यकर्ता एयरपोर्ट के पास भारी संख्या में पहुंचेंगे और पीएम मोदी का जबरदस्त स्वागत करेंगे. पार्टी का मानना है कि पीएम मोदी ने जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीर और दूसरे मुद्दों को दुनिया के सामने रखा है, उससे देश का मान सम्मान बढ़ा है.
बीजेपी की कोशिश ये भी है कि जिस तरह से अमेरिका के शहर ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्र में 59 हजार से ज्यादा लोग जुड़े थे उसी तरीके से कम से कम 59 हजार लोग उस दौरान दिल्ली की सड़क पर मौजूद हों. पीएम आज रात करीब 8 बजे पालम एयरपोर्ट पहुंचेंगे. शाम 6 बजे से जश्न शुरू हो जाएगा.
पीएम मोदी ने अमेरिका की जनता का आभार जताया
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''यूएसए का ये दौरा बेहद लाभदायक रहा. पिछले कुछ दिनों में मैंने विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लिया, इनके नतीजे भारत को बहुत लाभान्वित करेंगे.'' इसके साथ ही पीएम मोदी ने गर्मजोशी के साथ स्वागत करने के लिए अमेरिका की जनता का आभार जताया. इतना ही नहीं उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, अमेरिक कांग्रेस और सरकार के सदस्यों का धन्यवाद किया.
यूएन के मंच से दुनिया को पीएम मोदी का संदेश
उधर शुक्रवार को अपने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से पीएम मोदी ने दुनिया को बड़ा संदेश दिया.उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा कि आतंक पर बंटी हुई दुनिया किसी के हित में नहीं हैं और ऐसी बंटी हुई दुनिया यूएन के जन्म के सिद्धांत पर चोट करती है. आतंकवाद पर बिखरी दुनिया किसी का हित नहीं कर सकती है. भारत की आवाज में दुनिया को सतर्क करने की गंभीरता और आक्रोश दोनों हैं. भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं, बुद्ध दिए हैं.
भारत की परंपरा का किया बखान
यूएन के मंच से भारत का डंका बजाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि तीन हजार सालों से भारत की परंपरा अपनेपन की रही है और हम सभी स्थानों के लिए अपनेपन का भाव रखते हैं. हमारा भाव है कि सभी लोग अपने हैं. भारत इस समय जिन विषयों को उठा रहा है और जिन नए वैश्विक मंचों के निर्माण के लिए भारत आगे आया है, उसका आधार वैश्विक चुनौतियां हैं. इन वैश्विक विषयों और गंभीर समस्याओं के समाधान का सामूहिक प्रयास करना भारत की सोच है और इसके लिए प्रभावी कदम हमारी सरकार की ओर से उठाए जा रहे हैं. हमारे देश की संस्कृति हजारों वर्ष पुरानी है, जिसकी अपनी जीवंत परंपराएं हैं, जो वैश्विक सपनों को अपने में समेटे हुए है, हमारे संस्कार, हमारी संस्कृति प्रत्येक जीव में शिव देखती है.
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