नई दिल्ली : केरल सहित देश के कुछ हिस्सों में जहां रमजान का पवित्र महीना जहां शुक्रवार को ही शुरू हो गया, वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित देश के अन्य हिस्सों में यह शनिवार (25 अप्रैल) से शुरू होने जा रहा है। इसी दिन से लोग रोजा रखना शुरू करेंगे। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों, खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को रमजान की मुबारकबाद दी है और कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में जीत की उम्मीद जताई।
रमजान पर कोरोना संकट की छाया
देश-दुनिया में रमजान इस बार ऐसे समय में मनाया जा रहा है, जबकि पूरी दुनिया कोरोना वायरस संक्रमण के कहर से जूझ रही है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। ऐसे में हर तरफ से लोगों से यही अपील की जा रही है कि वे रमजान के पाक महीने में भी घरों में रहकर ही नमाज अदा करें और जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। लोगों को सहरी के दौरान भी घरों में रहने और घर में भी अधिक लोगों को एकत्र नहीं करने की सलाह दी जा रही है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने देशवासियों को रमजान की मुबारकबाद एक ट्वीट के जरिये की, जिसमें उन्होंने हर किसी की सुरक्षा व समृद्धि की दुआ मांगी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'रमजान मुबारक! मैं हर किसी की सुरक्षा, सेहत और समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं। यह पवित्र महीना करुणा, सौहार्द और सहानुभूति का भाव लाए। हम कोविड-19 के खिलाफ जारी जंग में एक निर्णायक जीत हासिल करें और एक स्वस्थ प्लानेट का निर्माण करें।'
जामा मस्जिद के शाही इमाम की अपील
इससे पहले दिल्ली की जामा मस्जिद और फतेपुरी मस्जिद ने रमजान का चांद देख लेने की घोषणा करते हुए कहा कि रोजेदार शनिवार से पहला रोजा रखेंगे। जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने लोगों से अपील की कि वे रजमान के पाक महीने में नमाज के लिए पड़ोसियों को अपने घर में एकत्र न करें। उन्होंने लोगों से यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि यहां तक कि परिवार के साथ नमाज के दौरान भी इसका ख्याल रखें कि एक कमरे में 3 से ज्यादा लोग न हों। लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 पर तभी फतह पाई जा सकती है, जब सभी एकजुट हों।
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