नई दिल्ली I तीन तलाक के मसले पर कांग्रेस पार्टी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी का दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जवाब दिया है. केजरीवाल ने कहा कि अगर अपनी सरकार के चार साल के कार्यकाल के बाद भी मोदी को हिन्दू-मुसलमान की बात करनी पड़ रही है, तो इसका मतलब है कि उनकी सरकार की उपलब्धियां शून्य रही हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने 14 जुलाई को यूपी दौरे पर आजमगढ़ में कहा था कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का कहना है कि उनकी पार्टी मुस्लिमों की पार्टी है. जब मनमोहन सिंह की सरकार थी तो स्वयं उन्होंने कह दिया था कि देश के प्राकृतिक संसाधनों पर सबसे पहला अधिकार मुसलमानों का है. पीएम मोदी ने तीन तलाक बिल के संसद में पास न होने पर राहुल गांधी से पूछा कि यह तो बताइये क्या मुसलमानों की यह पार्टी सिर्फ पुरुषों की है या महिलाओं की भी है? क्या (इस पार्टी में) मुस्लिम महिलाओं की इज्जत और हक के लिए भी कोई जगह है?'
PM मोदी की इसी टिप्पणी पर रविवार को इंदौर में आम आदमी पार्टी के एक कार्यक्रम में केजरीवाल ने कहा कि आज अमेरिका नैनो तकनीक की बात कर रहा है. जापान, फ्रांस और इंग्लैंड जैसे देश बड़ी-बड़ी तकनीकों की बातें कर रहे हैं. लेकिन हमारे प्रधानमंत्री अब भी हिंदू-मुसलमान की बात कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, 'हम सब चाहते हैं कि विकास और तकनीकी के क्षेत्र में अमेरिका और अन्य बड़े देशों को भारत पीछे छोड़ दे. लिहाजा मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या हिंदू-मुस्लिम की बात करने से भारत दुनिया का नम्बर-एक देश बन सकेगा.' स्कूली पढ़ाई के क्षेत्र में दिल्ली सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए केजरीवाल ने कहा कि भारत केवल शिक्षा के माध्यम से दुनिया का नम्बर-एक देश बन सकता है.



केजरीवाल ने ये भी कहा कि भारत के नागरिक इस दुनिया के सबसे बुद्धिमान लोग हैं. लेकिन 'गंदी राजनीति' के जरिए बड़ी संख्या में देशवासियों को जान-बूझकर अनपढ़ रखा जा रहा है.' केजरीवाल ने आरोप लगाया कि पिछले 70 साल के दौरान देश में किसी भी दल की केंद्र सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सही तरीके से काम नहीं किया है.
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