नई दिल्ली I तीन अफ्रीकी देशों के दौरे पर निकले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी यात्रा के दूसरे पड़ाव पर हैं. रवांडा के बाद प्रधानमंत्री मोदी अब युगांडा पहुंच गए हैं जहां उन्होंने सदियों पुराने संबंधों को उल्लेख करते हुए कहा कि हमारे बीच श्रम का रिश्ता है, शोषण के खिलाफ संघर्ष का रिश्ता है.

प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि युगांडा समेत अफ्रीका के तमाम देश भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. एक कारण तो आप जैसे भारतीयों की यहां बड़ी संख्या में मौजूदगी है, दूसरा हम सभी ने गुलामी के खिलाफ साझी लड़ाई लड़ी है, तीसरा हम सभी के सामने विकास की एक समान चुनौतियां हैं.

उन्होंने आगे कहा कि 'मेक इन इंडिया' आज भारत की पहचान बन गया है. भारत में बनी कार और स्मार्ट फोन समेत अनेक चीजें आज उन देशों को बेच रहे हैं, जहां से कभी हम ये सामान आयात करते थे. संभव है कि बहुत जल्द यहां युगांडा में जब स्मार्टफोन खरीदने आप जाएंगे तो आपको मेड इन इंडिया का लेवल नजर आएगा.

सदियों पुराना हमारा रिश्ता
युगांडा के साथ सदियों पुराने रिश्तों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि युगांडा से भारत का रिश्ता आज का नहीं है, बल्कि शताब्दियों का है. हमारे बीच श्रम का रिश्ता है, शोषण के खिलाफ संघर्ष का रिश्ता है. युगांडा विकास के जिस मुकाम पर आज खड़ा है, उसकी बुनियाद मजबूत कर रहे युगांडा वासियों के खून-पसीने में भारतीयों का भी बहुत बड़ा योगदान है.

मोदी ने कहा, 'युगांडा में आप सभी के बीच आने का ये मेरा दूसरा अवसर है. इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर यहां आया था और आज देश के प्रधानमंत्री के नाते. जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब भी आप में से अनेक लोग वहां मुझसे मिलने आते थे. यहां भी कई ऐसे परिचित सामने मुझे दिख रहे हैं.'

युगांडा की राजधान कंपाला में प्रधानमंत्री ने कहा, ' कल मैं युगांडा की संसद को संबोधित करूंगा. कुछ दिन पहले मैंने भारतीय संसद में भाषण दिया था. आप सभी ने सुना होगा. मैं आप सभी का आभारी हूं.'
इससे पहले युगांडा पहुंचने पर मोदी का भव्य स्वागत किया गया. स्वागत कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति योवेरी मुसेवनी भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री के विमान के एंतेबे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचते ही उनकी युगांडा की दो दिन की यात्रा का आगाज हो गया. 1997 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह इस देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है.

भारतीय समुदाय को संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी कल युगांडा की संसद को भी संबोधित करेंगे. वह ऐसा करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे. यहां पर भी उनके राष्ट्रपति से मुलाकात के अलावा कई कार्यक्रमों में भाग लेने का कार्यक्रम है.

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी युगांडा से दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हो जाएंगे जहां वह कल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस साल ब्रिक्स की थीम 'ब्रिक्स इन अफ्रीका' है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल ही दो दिवसीय यात्रा पर रवांडा पहुंचे थे और वहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद युंगाडा के लिए निकल गए.

गिरिनका शब्द का अर्थ
इससे पहले मोदी ने मंगलवार को रवांडा के रवेरू मॉडल गांव के गरीब परिवारों को आज 200 गायें दान में दीं. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दूरदराज स्थित रवांडा के गांवों में आर्थिक सशक्तिकरण के साधन के तौर पर गायों को इतना महत्व देता देख कर भारत में भी लोगों को अच्छा लगेगा. साथ ही उन्होंने गरीबी घटाने और बाल कुपोषण से निपटने के लिए राष्ट्रपति पॉल कागमे के महत्वाकांक्षी 'गिरिनका कार्यक्रम' की सराहना भी की.
कागमे ने वर्ष 2006 में 'गिरिनका कार्यक्रम' शुरू किया था. इसका उद्देश्य हर गरीब परिवार को पोषण और वित्तीय सुरक्षा मुहैया कराने के लिए उसे एक गाय देना है. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि 'गिरिनका' शब्द का अर्थ है - 'क्या आपके पास एक गाय है'.

प्रधानमंत्री की रवांडा यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच एक रक्षा सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. भारत ने इस पूर्वी अफ्रीकी देश को आर्थिक विकास के लिए 20 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने की घोषणा की. मोदी पूर्वी अफ्रीकी देश रवांडा की यात्रा करने वाले प्रथम भारतीय प्रधानमंत्री हैं.
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