चेतेश्वर पुजारा ने अपने जज्बे का बेहतरीन नमूना पेश करके शानदार शतकीय पारी खेली,जिससे भारत मोईन अली के झटकों के बावजूद इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट क्रिकेट मैच के दूसरे दिन पहली पारी में बढ़त बनाने में सफल रहा.
पुजारा ने नाबाद 132 रन बनाये जिसमें 16 चौके शामिल हैं. उनकी इस बेहतरीन पारी से भारत अपनी पहली पारी में 273 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल करने में सफल रहा. अपनी पहली पारी में 246 रन बनाने वाले इंग्लैंड ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के छह रन बनाये हैं और वह अभी भारत से 21 रन पीछे है. स्टंप उखड़ने के समय एलिस्‍टर कुक दो और कीटोन जेनिंग्स चार रन पर खेल रहे थे.
पुजारा ने आठवें ओवर में क्रीज पर कदम रखा और इसके बाद भारतीय पारी उन्हीं के इर्द गिर्द घूमती रही. उन्हें दूसरे छोर से कप्तान विराट कोहली (46) का अच्छा सहयोग मिला जिनके साथ उन्होंने तीसरे विकेट के लिये 92 रन जोड़े. इन दोनों के अलावा भारत का कोई भी अन्य बल्लेबाज 25 रन तक नहीं पहुंच पाया.
पुजारा ने बेन स्टोक्स की शॉर्ट पिच गेंद से माथे पर लगी चोट के बावजूद अपने जज्बे, धैर्य और कौशल की अच्छी तस्वीर पेश की तथा न सिर्फ अपना 15वां शतक पूरा किया बल्कि जसप्रीत बुमराह (छह) के साथ दसवें विकेट के लिये 46 रन जोड़कर भारत को पहली पारी में बढ़त भी दिलायी.
जब लग रहा था कि भारत पहली पारी में पिछड़ जाएगा तब पुजारा ने चतुराई भरी बल्लेबाजी की और अधिकतर स्ट्राइक अपने पास रखकर टीम को महत्वपूर्ण बढ़त दिलायी. बुमराह की भी तारीफ करनी होगी जिन्होंने लगभग 70 मिनट तक पुजारा का साथ दिया.
भारत को सबसे ज्यादा नुकसान मोईन अली ने पहुंचाया. उन्होंने 63 रन देकर पांच विकेट लिये. कुछ बल्लेबाजों ने उनके सामने गैरजिम्मेदाराना शाट लगाकर भी अपने विकेट गंवाये. मोईन अपने करियर में पांच बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने में सफल रहे.
इससे पहले बुमराह ने जब क्रीज पर कदम रखा तब पुजारा शतक से चार रन दूर थे और भारत इंग्लैंड से 18 रन पीछे था. सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने मोईन की गेंद पर लांग लेग पर दो रन लेकर इंग्लैंड की सरजमीं पर अपना पहला शतक पूरा किया तथा इसके बाद तेजी दिखायी. जो रूट ने ब्राड को गेंद सौंपी जिन पर पुजारा ने लगातार दो चौके लगाये.
भारत ने सुबह बिना किसी नुकसान के 19 रन से आगे खेलना शुरू किया. शिखर धवन (23) और केएल राहुल (19) देर तक नहीं टिक पाये. इन दोनों को ब्रॉड ने पवेलियन भेजा. राहुल ने एलबीडब्‍ल्‍यू के लिये डीआरएस भी लिया लेकिन फैसला इंग्लैंड के पक्ष में गया जबकि धवन ने विकेट के पीछे कैच थमाया.
इसके बाद पुजारा और कोहली ने जिम्मेदारी संभाली.कोहली ने इस बीच अपना छठा रन पूरा करते ही टेस्ट क्रिकेट में 6000 रन पूरे किये. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारत के दसवें और विश्व के 66वें बल्लेबाज हैं. कोहली ने 119वीं पारी में यह मुकाम हासिल किया और वह सुनील गावस्कर (117) के बाद सबसे कम पारियों में यह उपलब्धि करने वाले बल्लेबाज भी बन गये.
भारत ने दूसरे सत्र में कोहली के अलावा अजिंक्य रहाणे (11) और रिषभ पंत (शून्य) के विकेट गंवाये. ब्रॉड ने कोहली को परेशानी में रखा लेकिन भारतीय कप्तान को सैम कुर्रन ने पवेलियन भेजा.
कोहली उनकी ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को छेड़ने से खुद को नहीं रोक पाये. गेंद बल्ले को चूमकर पहली स्लिप में एलिस्टर कुक के सुरक्षित हाथों में चली गयी. कोहली ने अपनी 71 गेंद की पारी में छह चौके लगाये.
बेन स्टोक्स की गेंदबाजी को लेकर संशय था लेकिन उन्होंने बाकायदा गेंद संभाली और शुरू से जूझ रहे रहाणे को एलबीडब्‍ल्‍यू आउट किया. रहाणे ने डीआरएस लिया लेकिन इससे भी फायदा नहीं मिला जबकि लग रहा था कि स्टोक्स ने नोबॉल की थी.
इसके बाद मोईन भारतीय बल्लेबाजी पर कहर बनकर टूटे. उन्होंने चाय के विश्राम से पहले अंतिम ओवर में पंत को पगबाधा आउट किया जो 29 गेंदों का सामना करने के बावजूद भी खाता नहीं खोल पाये थे. मोईन ने तीसरे सत्र में हार्दिक पंड्या (चार) को जल्द ही चलता किया जबकि रविचंद्रन अश्विन (एक) और मोहम्मद शमी (शून्य) को लगातार गेंदों पर बोल्ड किया.
ईशांत शर्मा (14) ने कुछ देर तक पुजारा का साथ दिया तथा नौवें विकेट के लिये 32 रन जोड़े. मोईन ने ईशांत के रूप में अपना पांचवां विकेट लिया. इसके अलावा जेम्‍स एंडरसन ने तीन विकेट लिए. वहीं सैम कुर्रन, बेन स्‍टोक्‍स और जेम्‍स एंडरसन को एक-एक विकेट मिला.
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