रावलपिंडी: पाकिस्तान के पूर्व धाकड़ तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने की घटना की कड़ी आलोचना की है। पिछले सप्ताह वेलेंटाइन्स डे की दिन हुई इस आतंकी घटना की वजह से सारे देश को सदमा लगा। 40 जवानों की शहादत की वजह से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। ऐसे में पूरे भारत से एक सुर में आवाज उठी कि पाकिस्तान से हमें हर तरह के संबंध तोड़ लेने चाहिए। यहां तक कि साल 2019 में इंग्लैंड के मैनचेस्टर में होने वाले विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार किए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी। भारत के पूर्व क्रिकेटरों से लेकर आम नागरिक तक सभी पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने का सरकार पर दवाब बना रहे हैं। ये दबाव भारत पाकिस्तान क्रिकेट  संबंधों पर भी पड़ रहा है।  
शोएब अख्तर ने पाकिस्तान के एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा,बीसीसीआई ने अपने देश की सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ द्विपक्षीय क्रिकेट संबंधों को बहाल करने की गुहार लगाई लेकिन भारत सरकार ने उस मांग को हर बार ना कहकर ठुकरा दिया। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर इस क्रिकेटर ने आगे कहा अगर दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंध बहाल हो जाते तो इससे सबसे ज्यादा फायदा बीसीसीआई और प्रसारणकर्ता स्टार स्पोर्ट्स को होता। इस सीरीज की कीमत तकरीबन 600 मिलियन डॉलर है? क्या आपको नहीं लगता कि वो इतनी बड़ी रकम नहीं कमाना चाहते? तो शोएब ने खुद ही जवाब देते हुए कहा, कमाना चाहते हैं। पाकिस्तान के बोर्ड ने कहा वो न्यूट्रल वेन्यू में खेलना चाहते हैं लेकिन उन्होंने इसके जवाब में कहा कि उनके बोर्ड का संचालन फिलहाल सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति द्वारा हो रहा है और उनके इस तर्क में सच्चाई है।
पाकिस्तान के इस दिग्गज क्रिकेटर ने आगे बात को बढ़ाते हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि वो प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा इस संबंध में दिए गए वक्तव्य का समर्थन करते हैं। इसके बाद शोएब ने पूछा क्या खेलों में राजनीति होनी चाहिए, बिलकुल नहीं। इसलिए ये मामले परिस्थियों में फंसे हुए हैं। लेकिन जब हमारे देश की बात आती है तो हम अपने प्रधानमंत्री के बयान के साथ खड़े हैं वो भी दोबारा सोचे बगैर। शोएब ने आगामी विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच नहीं खेलने के बारे में कहा कि ये उनका अधिकार है।उनके देश पर हमला हुआ है इसलिए उन्होंने ये निर्णय किया है आप इसपर बहस नहीं कर सकते।'
अख्तर ने उन भारतीय खिलाड़ियों की भी आलोचना की जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मैच को बायकॉट करने की बात कही थी जिसमें सौरव गांगुली और हरभजन सिंह जैसे कई दिग्गज क्रिकेटर शामिल हैं। शोएब ने कहा, हमारा काम क्रिकेट के बारे में बारे में बात करना है न कि राजनीति के बारे में।  शोएब ने आगे कहा, हमारा काम है जब इस तरह के वाकये हों तो क्रिकेट का पुल की तरह इस्तेमाल करें। खिलाड़ियों का उस बारे में बात करना जरूरी है जो लोगों को करीब लाए न की स्थितियों को और जटिल बनाए।   
हालांकि बीसीसीआई शुक्रवार को वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 16 जून को होने वाले मैच को लेकर क्या रुख अपनाया जाए इस संबंध में शुक्रवार को सीओए के साथ मिलकर फैसला लेगा। बैठक के दौरान गृह, विदेश और खेल मंत्रालय से भी इस बारे में सलाह ली जाएगी। 
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