नई दिल्ली: दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक भारत में मतगणना की प्रक्रिया गुरुवार को सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएगी। देश की सभी 542 सीटों के लिए पहले पोस्टल बैलट की गिनती की और उसके बाद ईवीएम की पेटी से जनादेश बाहर शुरू हो जाएगा। ऐसे में हर किसी की निगाह टिकी हुई है कि देश की जनता किसे अपने नुमांइदे के रूप में देख रही है। औपचारिक नतीजों से पहले एग्जिट पोल से साफ है कि देश की जनता ने एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार में भरोसा जताया है। लेकिन क्या वो भरोसा 17 वीं लोकसभा में भी बरकरार रहेगा ये देखने वाली बात होगी।


एग्जिट पोल और औपचारिक नतीजों से पहले जानें कौन हो सकता है देश का अगला चेहरा
23 मई को मतगणना से पहले विपक्षी दल, चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे और अपनी आशंका को अधिकारियों के सामने रखा। ये बात अलग है कि चुनाव आयोग ने सभी आशंकाओं को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पारदर्शी ढंग से मतदान प्रक्रिया संपन्न हुआ था। जहां तक मतगणना और ईवीएम में गड़बड़ी का सवाल है, इसे लेकर किसी को भी संदेह नहीं होना चाहिए। ये बात अलग है कि चुनाव आयोग के जवाब से विपक्षी दलों के नेता संतुष्ट नहीं नजर आए। लेकिन इन सबके बीच दिल्ली में बीजेपी दफ्तर में केंद्रीय मंत्रिमंडल के साथ साथ एनडीए के घटक दलों की बैठक हुई जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिस हुए।

एनडीए की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी दोबारा दावेदार हैं


इसके साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की तरफ से एनडीए नेताओं को रात्रि भोज भी दिया गया था।बीजेपी के केंद्रीय दफ्तर में जिस तरह से बीजेपी नेताओं की भावभंगिमा दिखी उससे लग रहा है कि एनडीए पूरी तरह आश्वस्त है कि इस दफा भी देश की जनता ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भरोसा जताया है और वो देश के पीएम दोबारा बनने जा रहे हैं।



ये बात अलग है कि इससे इतर भी नतीजे आ सकते हैं। अगर कांग्रेस की अगुवाई वाले यूपीए गठबंधन में देश की जनता भरोसा जताती है तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का प्रधानमंत्री बनना तय है, हालांकि कांग्रेस या यूपीए की तरफ से राहुल गांधी के नाम का औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है।
इसके साथ एक तस्वीर ये भी बन सकती है कि किसी  भी दल को स्पष्ट बहुमत हासिल न हो। ऐसे हालात में तीसरे मोर्चे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। इस तरह की तस्वीर में पीएम पद के कई दावेदार हो सकते हैं।

यूपीए की तरफ से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम पद के दावेदार


यहां ये बात ध्यान देने वाली है कि कोई सर्वमान्य चेहरा नहीं है। लेकिन बीएसपी अध्यक्ष मायावती अपनी इच्छा जाहिर कर चुकीं हैं। इसके साथ ही एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी कह चुके हैं कि उन्हें यकीन है पीएम नरेंद्र मोदी दोबारा सरकार नहीं बनाएंगे। लेकिन उनकी तमन्ना के साथ साथ विश्वास है कि देश को अगली पीएम उत्तर प्रदेश से ही मिलेगा।



अन्य दावेदारों में ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू, मायावती और के चंद्रशेखर राव शामिल



इसके अलावा पीएम पद की रेस में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का नाम भी चर्चा के केंद्र में है। आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू गैर बीजेपी दलों को एक साथ लाने की कवायद में जुटे हैं। इसके अलावा हाल ही में तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव ने तमिलनाडु में डीएमके मुखिया एम के स्टालिन से मुलाकात की थी। इतनी संभावनाओं को 23 मई अधिकतम 24 मई तक विराम लग जाएगा। लेकिन राजनीतिक गलियारों में कई नामों की चर्चा है, जिसे लेकर हर कोई अपने हिसाब से अंदाज लगा रहा है।
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