नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को श्रीहरिकोटा से प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी 46 का सफल प्रक्षेपण किया। इसके साथ इसरो ने भारत के हर मौसम के रडार इमेजिंग पृथ्वी निगरानी उपग्रह ‘रीसैट (RISAT)-2बी’ को भी सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया जो इस सीरीज का चौथा सैटेलाइट है। पीएसएलवी के प्रक्षेपण की 25 घंटों की उल्टी गिनती मंगलवार को सुबह 4.30 बजे शुरू हो गई थी।
इसरो के सांख्यिकी तंत्र के अनुसार, 'पीएसएलवी-सी46' आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में रॉकेट पोर्ट से पहले लांच पैड से बुधवार सुबह 5.30 बजे प्रक्षेपित किया गया। रॉकेट अपने साथ 615 किलोग्राम का ‘रीसैट (RISAT) -2बी’ ले गया जो आकाश से भारत की खुफिया क्षमताओं को और मजबूत करेगा। इसरो के अनुसार, ‘रीसैट (RISAT) -2बी’ ' उपयोग कृषि, वन विज्ञान और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा।
प्रक्षेपण के लगभग 15 मिनट के बाद रॉकेट ‘रीसैट (RISAT) -2बी’ को यहां से लगभग 555 किलोमीटर दूर कक्षा में स्थापित किया।
इस सैटेलाइट के जरिए जमीन पर 3 फीट की ऊंचाई तक की बेहतरीन तस्वीरें ली जा सकती हैं। यह उपग्रह आपदा राहत में सुरक्षाबलों को काफी मदद करेगा। इतना ही नहीं यह सीमाओं पर घुसपैठ रोकने में भी सुरक्षाबलों को सहायता प्रदान करेगा।
इसरो ने इस सफल प्रक्षेपण पर खुशी जताई है। इसरो प्रमुख के शिवन ने कहा है कि यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है जिसके लिए सभी वैज्ञानिक बधाई के पात्र हैं। आपको बता दें कि रीसैट सीरीज का पहला सैटेलाइट 2009 में लॉन्च किया था जिसे इजरायल ऐरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने विकसित किया था।
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