नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह राष्ट्रीय समर स्मारक (National War Memorial) पर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह भी मौजूद रहे। राजनाथ सिंह आज रक्षा मंत्री के रूप में औपचारिक रूप से कार्यभार संभालेंगे।
शुक्रवार को राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया था, 'कल सुबह राष्ट्रीय समर स्मारक का दौरा करूंगा और हमारे बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दूंगा, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना बलिदान दिया। बाद में मैं औपचारिक रूप से इस देश के रक्षा मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करूंगा। राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा को और मजबूत बनाने के लिए तत्पर हैं।'
मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद उन्हें रक्षा मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है।
उनसे पहले यह मंत्रालय निर्मला सीतारमण के पास था, जिन्हें इस बार वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रक्षा मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह के सामने कई चुनौतियों हैं। तीनों सेवाओं के आधुनिकीकरण के काम में तेजी लाना है। उनके लिए अन्य बड़ी चुनौती चीन के साथ लगी सीमाओं पर शांति बनाए रखने की है। वह ऐसे समय में रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं जब भारत ने तीन महीने पहले पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकवादी शिविरों पर हवाई हमला किया।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रियों को उनके पोर्टफोलियो का बंटवारा कर दिया। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह को जहां गृह मंत्री बनाया, वहीं राजनाथ सिंह को रक्षा, निर्मला सीतारमण को वित्त और पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर को विदेश मंत्री बनाया। मोदी सरकार पार्ट-1 में वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली और विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज इस बार सरकार में शामिल नहीं हैं।
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