नई दिल्ली : लड़ाकू विमानों की कमी का सामना कर रही भारतीय वायु सेना (आईएएफ) इस अभाव को दूर करने की तैयारी में है। आईएएफ 33 नए लड़ाकू विमानों को खरीदने के लिए एक प्रस्ताव तैयार कर रही है। इस प्रस्ताव के तहत वायु सेना 21 मिग-29 और 12 सुखोई 30 सहित कुल 33 लड़ाकू विमान खरीदे जाएंगे। आईएएफ के इस प्रस्ताव को यदि मंजूरी मिल जाती है तो उसे अपनी सामरिक तैयारियां पूरी करने में कुछ हद तक मजबूती मिलेगी। भारतीय वायु सेना की इस खरीद से पाकिस्तान की घबराहट एवं बेचैनी बढ़नी तय है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि अगले कुछ सप्ताह में रक्षा मंत्रालय की एक उच्च स्तरीय बैठक होनी है और इस बैठक में वायु सेना की तरफ से लड़ाकू विमानों की खरीद का प्रस्ताव लाया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि विभिन्न दुर्घटनाओं के चलते वायु सेना के लड़ाकू विमानों की संख्या में कमी आई है। वायु सेना में 12 सुखोई एमकेआई लड़ाकू विमानों को शामिल कर इस कमी को दूर करने की योजना बनाई जा रही है। यही नहीं ये 12 अतिरिक्त सुखोई विमान वायु सेना को अपने 277 सुखोई एमकेआई बेड़े को बनाए रखने में मदद करेंगे।
भारतीय वायु सेना रूस से 21 मिग 29 लड़ाकू विमानों को खरीदने की योजना बना रही है। वायु सेना को नए लड़ाकू विमानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस ने अपने मिग-29 को खरीदने का प्रस्ताव दिया था। सूत्रों ने कहा, 'योजना के मुताबिक खरीदे जाने वाले मिग 29 आधुनिक तकनीक से लैस एवं अपग्रेडेड होंगे। मिग 29 पहले से ही आईएएफ के बेड़े में शामिल हैं। मिग 29 के रडार एवं अन्य उपकरण भी आधुनिक मानकों के अनुरूप होंगे।'
सूत्रों का कहना है कि इन विमानों की खरीद के लिए बातचीत काफी आगे बढ़ चुकी है और वायु सेना जितना जल्दी हो सके इस डील को अंतिम रूप देने की सोच रही है। भारतीय वायु सेना के पायलट मिग-29 उड़ाते आए हैं लेकिन रूस की ओर से पेशकश किए गए ये लड़ाकू विमान भारतीय वायु सेना में पहले से शामिल मिग-29 से थोड़ा अलग हैं। नौसेना भी मिग-29 'के' को उड़ाती है लेकिन इसे लड़ाकू विमान के साथ उसका अनुभव ठीक नहीं रहा है। बताया जाता है कि एयरक्रॉफ्ट करियर पर उतरने के तुरंत बाद इस लड़ाकू विमान की सेटिंग बदल जाती है। भारतीय वायु सेना में मिग-29 के तीन स्क्वॉड्रन शामिल हैं जिन्हें समय-समय पर अपग्रेड किया जाता रहा है। इन्हें भारतीय वायु सेना के लिए काफी अच्छा विमान माना जाता है।
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