जालना में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर कई दिनों तक अनशन करने वाले एक्टिविस्ट मनोज जारंगे ने सरकार को एकबार फिर आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

 महाराष्ट्र में मराठा समुदाय को आरक्षण  देने का मुद्दा केंद्र में लाने वाले एक्टिविस्ट मनोज जारंगे ने शनिवार को धमकी दी कि अगर 24 अक्टूबर तक सरकार नौकरियों और शिक्षा में कोटा देने में विफल रहती है तो वह अपना विरोध प्रदर्शन तेज करेंगे. जालना (Jalna) जिले के अंतरवाली-सराटी गांव में जुटी भारी भीड़ को संबोधित करते हुए जरांगे ने कहा, ‘‘24 अक्टूबर के बाद या तो मेरी शव यात्रा निकलेगी या समुदाय की जीत (आरक्षण मिलने के बाद) का जश्न मनेगा.’’

जारंगे पहले अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर गांव में भूख हड़ताल पर थे. उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे द्वारा उनसे मुलाकात करने और उनकी मांग पूरी करने का आश्वासन देने के बाद 14 सितंबर को 17वें दिन अपना अनशन समाप्त कर दिया था. जारंगे (40) ने मराठा समुदाय के लिए आरक्षण लागू करने के वास्ते कदम उठाने के लिए शिंदे सरकार को 40 दिन की समय सीमा दी थी.

मराठा समुदाय को मिले कुनबी जाति का प्रमाणपत्र- जारंगे
जारंगे ने शनिवार को मांग की कि राज्य भर के मराठा समुदाय को कुनबी जाति का प्रमाणपत्र दिया जाए. कुनबियों को अन्य पिछड़ी जाति (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण का लाभ मिलता है. उन्होंने कहा कि मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में वह 24 अक्टूबर के बाद की अपनी रणनीति बताने के लिए 22 अक्टूबर को समुदाय को संबोधित करेंगे. उन्होंने अपने समर्थकों से विरोध प्रदर्शन के दौरान शांति बनाए रखने की भी अपील की है.

मराठा समुदाय को भड़का रहे भुजबल, फडणवीस- जारंगे
मराठा कार्यकर्ता ने राज्य सरकार के मंत्री और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी नेता छगन भुजबल की आलोचना की, जिन्होंने कथित तौर पर दावा किया था कि शनिवार के विरोध प्रदर्शन के लिए सात करोड़ रुपये जुटाए गए थे. उन्होंने कहा कि केवल मराठा समुदाय ने विरोध का समर्थन किया और सभा के लिए केवल 21 लाख रुपये की व्यवस्था करने में कामयाब रहे. उन्होंने भुजबल, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और वकील गुणरत्न सदावर्ते पर मराठा समुदाय को भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया और सदस्यों से एकजुट रहने और विभाजनकारी रणनीति का शिकार नहीं होने की अपील की.

पीएम मोदी से जारंगे ने की यह अपील
जारंगे ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से फडणवीस से बात करने और उन्हें इस मुद्दे पर कुछ समझदारी दिखाने का आग्रह किया. उन्होंने दावा किया कि मराठा समुदाय ने फडणवीस को बहुत कुछ दिया है. जरांगे ने कहा, ‘‘अगर आप मराठों को आरक्षण देते हैं, तो समुदाय के लोग आपका बहुत सम्मान करेंगे.’’ 

Share To:

Post A Comment:

0 comments so far,add yours