नई दिल्ली: 2017 का वो साल था जब कांग्रेस के एक बड़े नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी को नीच बताया था। जाहिर था कि उनके द्वारा दिए गए इस नामकरण पर हंगामा मचना था और हंगामा मचा और कांग्रेस को बैकफुट पर आना पड़ा। मणिशंकर अय्यर को खामियाज भुगतना पड़ा उन्हें कांग्रेस ने प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया था। ये बात अलग है कि मणिशंकर अय्यर अब कांग्रेस के सदस्य बन चुके हैं। मणिशंकर की वापसी पर पीएम नरेंद्र मोदी ने निशाना साधा। 


पीएम नरेंद्र मोदी ने मणिशंकर की वापसी के बारे में कहा कि उनका निष्कासन महज ड्रामा था। पीएम मोदी ने कहा कि याद करिए 2017 के नवंबर-दिसंबर का महीना जब गुजरात में चुनाव हो रहा था। यूपीए सरकार में मंत्री रहे मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि मोदी नीच है। कुछ लोगों ने कहा कि मोदी नीच जाति का है। गुजरात में इस मुद्दे पर कांग्रेस को फजीहत का सामना करना पड़ा था। फजीहत से बचने के लिए कांग्रेस ने मणिशंकर अय्यर को पार्टी से निकालने का ड्रामा किया। लेकिन कुछ समय के बाद अय्यर को कांग्रेस ने वापस ले लिया। 



इसके साथ ही उन्होंने सैम पित्रोदा का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस में वो एक ऐसे शख्स हैं जिन्हें 1984 सिख दंगा हुआ तो हुआ नजर आता है। पंजाब में नुकसान से बचने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सैम पित्रोदा को खरीखोदी सुनाते हैं। लेकिन जैसे ही पंजाब का चुनाव खत्म हो जाएगा राहुल गांधी अपने गुरु को गले लगा लेंगे। 



कांग्रेस को लगता ही नहीं है कि मणिशंकर अय्यर ने जो कुछ कहा वो गलत था। पीएम मोदी ने कहा कि नामदार परिवार का दशकों से यह माइंडसेट रहा है। उन्होंने कहा कि कोई मुझे गाली दे यहां तक तो बात समझ में आती है। लेकिन मणिशंकर अय्यर ने जो कुछ कहा था वो बहुत ही बुरा था। उन्होंने सोमवार को ये बात कही थी और अब वो ज्यादा आत्मविश्वास के साथ कह रहे हैं कि उन्होंने जो कुछ कहा था वो गलत नहीं था। 
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