मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly Election Result 2019) के घोषित नतीजों में सत्तारूढ़ बीजेपी-शिवसेना गठबंधन (BJP-shiv sena Alliance) अपनी सत्ता बरकरार रखने में कामयाब हो गया. हालांकि 2014 की तुलना में उसके बहुमत में कमी आई है. वहीं मराठा क्षत्रप शरद पवार (Sharad Pawar) की पार्टी एनसीपी (NCP) ने चुनाव पंडितों के अनुमानों को धता बताते हुए काफी अच्छा प्रदर्शन किया. साथ ही बीजेपी (BJP) की सहयोगी शिवसेना (Shiv sena) ने अपनी सीट तालिका में सुधार करते हुए कहा कि वह ‘50-50’ के सत्ता भागीदारी फॉर्मूले पर बल देगी.


इस मई में लोकसभा चुनाव में बीजेपी की शानदार जीत के बाद महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ बीजेपी-शिवसेना को विपक्षी कांग्रेस-एनसीपी की ओर से कड़ी टक्कर मिली है. महाराष्ट्र में एनसीपी ने न केवल अपने प्रदर्शन को बेहतर किया, बल्कि अपने वरिष्ठ सहयोगी की तुलना में कम सीटों पर चुनाव लड़कर अधिक सफलता पाई. महाराष्ट्र की 288 में से घोषित 275 सीटों के नतीजों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को सामान्य बहुमत मिला है. बीजेपी को 105 और शिवसेना को 57 सीटें मिल गई हैं. जबकि अभी तक कांग्रेस 44 और एनसीपी को 53 सीटें मिली हैं. बता दें, राज्य में सामान्य बहुमत के लिए 145 सीटें चाहिए.


महाराष्ट्र का जनादेश आंख खोल देने वाला
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सरकार बनाने के लिए कड़े रुख का संकेत दिया है. पार्टी के ‘50-50’ फॉर्मूले का राजनीतिक विश्लेषक बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनाने या बराबर संख्या में मंत्री होने का अर्थ निकाल रहे हैं. उद्धव ठाकरे ने मुंबई में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘महाराष्ट्र का जनादेश कई लोगों के लिए आंख खोल देने वाला है.’ उन्होंने कहा, ‘हमनें कम सीटों पर (बीजेपी की तुलना में) चुनाव लड़ने पर सहमति जताई लेकिन मैं हर समय बीजेपी के लिए गुंजाइश नहीं बना सकता. मुझे अपनी पार्टी को बढ़ने का मौका देना है.’




पंकजा मुंडे की हार बनी सुर्खियां
महाराष्ट्र चुनाव में जिन लोगों के सिर पर सफलता का सेहरा बंधा उनमें फड़णवीस, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष धनंजय मुंडे शामिल हैं. मुंडे ने अपनी चचेरी बहन और बीजेपी मंत्री पंकजा मुंडे को हरा कर सुर्खियां बटोरीं हैं.



चुनाव नतीजों के बाद देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा, ‘मतदाताओं का स्पष्ट जनादेश, अगली सरकार बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की होगी.’ फडणवीस ने कहा कि भले ही बीजेपी ने 2019 में 2014 के मुकाबले कम सीटें जीतीं पर उसका ‘स्ट्राइक रेट’ इस बार बेहतर रहा है.



सत्ता का अहंकार पसंद नहीं करते लोग
वहीं एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि चुनाव परिणाम ये संदेश दे रहे हैं कि लोग सत्ता का अहंकार पसंद नहीं करते हैं. पवार ने इस बात की संभावना को नकार दिया कि एनसीपी-कांग्रेस सरकार बनाने के लिए शिवसेना से हाथ मिलाएंगे. उन्होंने कहा, ‘लोगों ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से विपक्ष में रहने को कहा है.’



गौरतलब है कि महाराष्ट्र के 2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 122, शिवसेना को 63, कांग्रेस को 42 और एनसीपी को 41 सीटें मिली थीं.
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